- 12 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी दून लाइब्रेरी

- दून में अब तक पब्लिक लाइब्रेरी की कमी, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा निर्माण

DEHRADUN: यह अच्छी बात है कि दून सिटी को स्मार्ट बनाने के काम में जुटी देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड न सिर्फ सिटी को भौतिक सुविधाओं से संपन्न करने के काम में जुटी है, बल्कि दूनाइट्स को पढ़ने-लिखने के लिए प्रेरित करने के भी हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। स्मार्ट और माडर्न दून लाइब्रेरी का निर्माण इसका उदाहरण है।

बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन तेज

मॉडर्न दून लाइब्रेरी का निर्माण परेड ग्राउंड के पास पुराने धरनास्थल पर हो रहा है। एयर अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आर्थिक सहयोग से इसका निर्माण किया जा रहा है। डीएससीएल के अधिकारियों के अनुसार लाइब्रेरी का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। लाइब्रेरी बिल्डिंग का कंस्ट्रक्टशन तेजी से चल रहा है और अब तक करीब 50 परसेंट काम हो चुका है।

12.33 करोड़ होंगे खर्च

इस लाइब्रेरी के निर्माण पर 12.33 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। यह बजट एयर अथॉरिटी ऑफ इंडिया वहन करेगा। बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम उत्तराखंड पेयजल विकास एवं निर्माण निगम का सौंपा गया है। बिल्डिंग का निर्माण कार्य मिडिल मार्च में शुरू किया गया था और अब तेजी के साथ यह काम पूरा किया जा रहा है।

परेड ग्राउंड के साथ नया लुक

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत परेड ग्राउंड के रेजुवेनेशन के साथ ही स्मार्ट लाइब्रेरी का काम भी चल रहा है। हरे-भरे पैदल और साइकिलिंग ट्रैक के साथ ही स्मार्ट लुक वाले परेड ग्राउंड के साथ ही स्मार्ट लाइब्रेरी सिटी की शान बनने वाली है। परेड ग्राउंड में पैदल वॉक अथवा साइकिलिंग के बाद लाइब्रेरी में बुक रीडिंग एक बेहतर अनुभव होगा।

ऑनलाइन बुक्स भी

डीएससीएल सूत्रों के अनुसार इस लाइब्रेरी में सभी विषयों की बुक्स होंगी। सभी बड़े लेखकों की बुक्स का प्रिंटेड वर्जन तो लाइब्रेरी में उपलब्ध होगा ही, इसके साथ ही नेट पर एवलेबल बुक्स ऑनलाइन पढ़ने और सुनने की सुविधा भी लाइब्रेरी में उपलब्ध करवाई जाएगी।

ये फीचर्स भी होंगे

स्मार्ट दून लाइब्रेरी की सुविधा लेने वालों को एक स्मार्ट कार्ड उपलब्ध करवाया जाएगा। इस कार्ड के आधार पर ही लाइब्रेरी में एंट्री होगी और बुक्स रिलीज अथवा रिटर्न करने संबंधी पूरा ब्योरा भी कार्ड के माध्यम से देखा जा सकेगा। लाइब्रेरी मेंबर को बुक रिटर्न करने के लिए ज्यादा फॉरमेलिटीज नहीं करनी होंगी। रिटर्न स्टेशन पर कार्ड स्वैप करके बुक ड्रॉप बॉक्स में छोड़नी होगी। इसके साथ ही मेंबर के अकाउंट में बुक वापसी की एंट्री दर्ज हो जाएगी।

हैंडहोल्ड रीडर से काम आसान

आमतौर पर किसी भी लाइब्रेरी में अपनी पसंद की बुक तलाशना काफी कठिन प्रक्रिया होती है, लेकिन स्मार्ट दून लाइब्रेरी में हैंडहोल्ड रीडर इस काम का आसान करने वाला है। इस हैंडहोल्डर की मदद से आप आसानी से अपनी पसंद की बुक तलाश सकेंगे।

एंटी थेप्ड अलार्म

स्मार्ट लाइब्रेरी की एक खासियत यह भी होगी कि कोई भी किताब चोर यहां से कोई बुक छिपाकर नहीं ले जा सकेगा। यदि कोई ऐसा प्रयास करेगा तो गेट पर पहुंचते एंटी थेप्ड अलार्म बज जाएगा और चोर गेट पर ही पकड़ लिया जाएगा। इसके अलावा लाइब्रेरी आने वालों पर सीसीटीवी कैमरे भी नजर रखेंगे।

रीडिंग हेबिट्स बदलेगी

दून के इतिहासकार अजय शर्मा कहते हैं कि दून में ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो पढ़ना लिखना चाहते हैं, लेकिन उन्हें सुविधा नहीं मिलती। फिलहाल जो लाइब्रेरी हैं, उनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती। अक्सर देखा जाता है कि जरूरी बुक्स नहीं मिल पाती। हम उम्मीद करते हैं कि डीएससीएल की यह लाइब्रेरी न सिर्फ तकनीकी बल्कि बुक्स की उपलब्धता के मामले में भी बेहतर होगी और दून के लोग इससे लाभ उठा सकेंगे।

दून लाइब्रेरी का निर्माण 12 करोड़ से ज्यादा के बजट से किया जा रहा है। यह एक अच्छी लाइब्रेरी होगी। लाइब्रेरी बिल्डिंग का निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है। एक तरह से कह सकते हैं कि करीब 40 परसेंट काम पूरा हो चुका है।

- अशोक नेगी, एजीएम सिविल

डीएससीएल

Posted By: Inextlive