- एसटीएफ ने इंटरनेशनल गिरोह के दो तस्करों को किया गिरफ्तार

- 17 लाख कीमत की प्रतिबंधित काजल की लकड़ी की कर रहे थे अवैध तस्करी

DEHRADUN: उत्तराखण्ड में ऊचाइयों पर मिलने वाली बेहद दुर्लभ पेड़ काजल की लकड़ी की तस्करी करने वाले दो नेपाली मूल के तस्कर को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ को लंबे समय से इंटरनेशनल मार्केट में बेहद कीमती काजल के पेड़ की लकड़ी की पहाड़ाें से बाहरी इलाकों में तस्करी की सूचना मिल रही थी।

नेपाल मूल के हैं दोनो तस्कर

जानकारी के अनुसार ट्यूजडे को एसटीएफ की टीम को मुखबिर ने सूचना दी कि एक नेपाली गिरोह इस लकड़ी की खेप की तस्करी कर रहा है। एसटीएफ ने सुबह ऋषिकेश स्थिति मन्सादेवी मोड़ के पास छिटुप लामा पुत्र तेन्जिंग तमांग निवासी। ग्राम केरमी, पोओ सिमीकोट, जिला। छुमला कसाली अंचल नेपाल और छेवांग बहादुर तमांग पुत्र तुन्दुप दोरजे लामा निवासी। ग्राम केरमी पोओ । सिमीकोट जिला छुमला कसाली अंचल नेपाल को गिरफ्तार किया है।

क्7 लाख कीमत की लकड़ी बरामद

एसएसपी एसटीएफ पी रेणुका देवी ने बताया कि दोनों तस्करों को गिरफ्तार करने के बाद उनके कब्जे से हाई एल्टीट्यूड में पायी जाने वाली बेहद दुर्लभ काजल लकड़ी के क्क्7 नग और लकड़ी काटने के हथियार बरामद किए गए हैं। इस किस्म की लकड़ी हाई एल्टीट्यूड और रिजर्व फॉरेस्ट में म्000 फीट की ऊचांई पर पायी जाती है। जो मेडिकल यूज के लिए बहुत कारगर मानी जाती है। इसके साथ ही इनको बौद्ध भिक्षुओं को खाने पीने के बर्तन के रूप में भारत, चीन, तिब्बत, नेपाल आदि के तिब्बती कम्यूनिटी के लोगों के बीच ऊंची कीमतों में बेचा जाता है। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल मार्केट में इस बरामद लकड़ी की कीमत लगभग क्7 लाख रुपए तक है। लकड़ी के एक नग की कीमत क्भ्000 रुपए है।

चमोली से नेपाल की जा रही थी तस्करी

तस्करों से पूछताछ में बताया कि वे इस लकड़ी को चमोली जिले के गोपेश्वर के सगर गांव के हाई एल्टीट्यूड फॉरेस्ट से लाकर यूपी के सहारनपुर स्थित लकड़ी फैक्ट्री से तराश कर हाइ रेट में बेचते थे। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वे उत्तरकाशी के पुरोला और चमोली के थराली से भी लकड़ी लाकर सप्लाई कर चुके है।

नेटवर्क को ट्रैप करेगी पुलिस

एसएसपी एसटीएफ पी रेणुका ने बताया कि तस्करी में लिप्त नेटवर्क के बारे में सूचनाएं प्राप्त की जा रही हैं और वन विभाग के अधिकारियों को इस सम्बन्ध में सुचित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अभियुक्तों के खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की टीम में सब इंस्पेक्टर संतोष शाह, हेड कॉस्टेबल,सतेन्द्र बुटोला, कॉस्टेबल आशीष शर्मा, वेद प्रकाश भट्ट शामिल रहे।

Posted By: Inextlive