6 साल पहले मसूरी के चूनाखाला में एक युवती के साथ गैंगरेप और मर्डर के नौवें और अंतिम आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज घटना में पुरोला की एक युवती के साथ गैंगरेप के बाद उसका मर्डर कर दिया गया था। इस मामले में 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है। 7 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है 25 हजार रुपये के इनामी एक आरोपी बिट्टू साहनी उर्फ सुरेन्द्र साहनी को पुलिस ने बीते 16 मार्च को बिहार से गिरफ्तार किया था। नौवें और 50 हजार रुपये के इनामी आरोपी बिहार निवासी जयकरण भगत को पुलिस ने देहरादून से गिरफ्तार किया है।

देहरादून ब्यूरो। गैंगरेप और मर्डर की यह घटना जुलाई 2017 में मसूरी के पास हुई थी। 20 जुलाई के मसूरी के निचले हिस्से में स्थित चूनाखाला के जंगल में पेड़ पर दुपट्टे से लटकी एक महिला की डेडबॉडी बरामद हुई थी। महिला का चेहरा झुलसा हुआ था। पुलिस ने डेडबॉडी को लेकर छानबीन शुरू की तो महिला की पहचान पुरोला निवासी विजय के रूप में हुई। पता चला कि विजय की कुछ समय पहले शादी हुई थी। यह अपने पति के साथ पंजाब में रह रही थी, लेकिन एक दिन अचानक बिना पति को बताये कहीं चली गई थी।

सिम ने खोला था राज
पुलिस ने जिस जगह विजय की डेडबॉडी बरामद की थी, वहां एक मोबाइल और एक सिम भी मिला था। सिम बिहार के सीतामणि निवासी प्रमोद मंडल के नाम का था। इसके बाद पुलिस ने मसूरी और आसपास के क्षेत्रों में काम करने वाले बिहार के लोगों को सत्यापन किया। तब जाकर प्रमोद मंडल पुलिस की गिरफ्त में आया। पुलिस की जांच में पता चला कि विजय की अपने गांव के ही एक युवक से जान-पहचान थी। वह युवक से मिलने अकेले ही पंजाब से देहरादून होकर भट्टागांव पहुंची थी। वहां उसने कुछ मजदूरों से फोन मांगकर युवक से बात की थी और युवक को अपना पति बताया था। प्रमोद मंडल ने बताया कि महिला को अकेली देखकर उसने और उसके 7 अन्य दोस्तों ने उसके साथ रेप किया और पकड़े जाने के डर से गला दबाकर उसका मर्डर किया। चेहरा तेजाब से खराब कर दिया, ताकि पहचान न हो सके और जंगल में उसे पेड़ से लटका दिया।

जयकरण पर था 50 हजार का इनाम
पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और मर्डर का केस दर्ज किया था। इनमें से 7 को पुलिस अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर चुकी थी। दो आरोपी बिट्टू उर्फ सुरेन्द्र साहनी और जयकरण काफी कोशिश के बावजूद पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे थे। बीते 16 मार्च को पुलिस ने बिट्टू साहनी को बिहार से गिरफ्तार किया था। जयकरण भगत अब भी फरार चल रहा था और पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

दून पहुंचते ही दबोचा
जयकरण भगत पर पुलिस लगातार नजर रखे हुए थी। उसके सीतामढ़ी बिहार स्थित निवास के साथ ही पुलिस ने कई अन्य जगहों पर भी उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। थर्सडे को मुखबिर से सूचना मिली कि जयकरण किसी जरूरी काम में छिपते-छिपाते देहरादून आ रहा है। पुलिस ने तुरन्त दून की सीमा पर पहुंचकर उसे दबोच लिया।

आरोपी की पहचान
जयकरण भगत पुत्र राम लक्ष्मण भगत, निवासी लक्ष्मीपुर थाना सहियारा, जिला सीतामड़ी, बिहार।

Posted By: Inextlive