इस बार बिजली के करीब 25 लाख उपभोक्ताओं को बिजली का तगड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों की मानें तो इस साल पिछले साल के मुकाबले 10 से 12 प्रतिशत तक बिजली के दाम बढ़ सकते हैं।

- विद्युत नियामक आयोग आज करेगा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए नई बिजली दरों का ऐलान
- पिछले साल के मुकाबले 10 से 12 फीसदी इजाफे का है अनुमान

देहरादून (ब्यूरो): जानकारों का कहना है कि वर्तमान में सरचार्ज लगाकर बिजली पहले ही महंगी हो रखी है। अक्टूबर में 31 मार्च तक के लिए करीब साढ़े छह प्रतिशत फिक्स चार्ज बढ़ाया गया था। आज थर्सडे को उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग नये बिजली टैरिफ का ऐलान करेगा। बढ़ी हुई दरें 1 अप्रैल 2023 लागू हो जाएगी। बता दें कि ऊर्जा निगम ने नए वित्तीय वर्ष 2023-24 के टैरिफ में 7.72 प्रतिशत वृद्धि के साथ साढ़े 6 प्रतिशत सरचार्ज वृद्धि को जारी रखते हुए कुल 16 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है।

17 प्रतिशत का दिया प्रस्ताव
ऊर्जा निगम ने नए वित्तीय वर्ष 2023-24 में 7.72 प्रतिशत दर वृद्धि और करीब साढ़े 6 प्रतिशत सरचार्ज वृद्धि को जारी रखते हुए कुल 16.96 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था। इसके अलावा यूजेवीएनएल और पिटकुल की ओर से भी 12 प्रतिशत से अधिक वृद्धि का प्रस्ताव है। जिस पर नियामक आयोग ने प्रदेश के विभिन्न शहरों में जनसुनवाई की है। 1 अक्टूबर से सभी कंज्यूमर्स बढ़ा हुआ सरचार्ज दे रहे हैं, जो 31 मार्च को पूरा हो जाएगा। सरचार्ज हटेगा, तो बिजली के दाम बढ़ाए जाएंगे।

उपभोक्ताओं ने दर्ज कराई थी आपत्तियां
बीते एक मार्च में दून में नियामक आयोग की ओर से आयोजित जन सुनवाई में घरेलू और अघरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं ने बिजली की दरें बढ़ाने का पुरजोर विरोध कर आपत्तियां दर्ज कराई थी। जबकि निगमों की ओर से कई प्रकार की दलीलें देकर दरों में वृद्धि की पैरवी की गई। निगम ने कहा कि सरचार्ज हटाने के बाद 1507 करोड़ की जरूरत होगी, जिसकी भरपाई करीब 17 प्रतिशत दर बढ़ोत्तरी से होगी।

कमी के बजाय हो सकती है बढ़ोत्तरी

नियमानुसार के हिसाब से क्रॉस सब्सिडी में हर साल कमी करनी होती है, लेकिन यूपीसीएल ने संशोधित प्रस्ताव में कुछ को छोड़कर ज्यादातर में बढ़ोतरी की मांग की है। घरेलू श्रेणी में 19.80 से बढ़ाकर -23.86 प्रतिशत, अघरेलू में 15.90 से बढ़ाकर 17.27 प्रतिशत, गवर्नमेंट पब्लिक यूटिलिटी श्रेणी में 14.20 से घटाकर 11.66 प्रतिशत, प्राइवेट ट्यूबवेल में -62.70 से बढ़ाकर -66.05 प्रतिशत, एलटी इंडस्ट्री में 8.40 से 9.30, एचटी इंडस्ट्री में 9.20 से 9.82, मिक्स्ड लोड में 3.20 से 1.26, रेलवे ट्रैक्शन में 11.80 से -5.61 और इलेक्ट्रिक व्हीकल में -6.60 से 12.04 प्रतिशत की मांग की गई है। क्रॉस सब्सिडी का मतलब यह है कि अगर 100 रुपये के खर्च वाली बिजली घरेलू उपभोक्ताओं को 80 रुपये में दी जाती है तो उसकी भरपाई के लिए उद्योगों या अन्य जगहों पर वह 120 रुपये में बेची जाती है।

2022 में हुआ था 2.68 प्रतिशत इजाफा
नियामक आयोग ने 2022 में 2.68 प्रतिशत रेट बढ़ाए थे। ऊर्जा निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बिजली की दरों में 6.02 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था। आयोग ने 2.68 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की।

2021 में 3.54 प्रतिशत बढ़े थे रेट
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) ने नई दरों में घरेलू से लेकर औद्योगिक श्रेणी तक के उपभोक्ताओं को राहत देने का प्रयास किया है। पिछले साल बिजली की दरें 3.54 प्रतिशत बढ़ाई गई थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी का 6.02 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव था, जिसमें ऊर्जा निगम ने बताया था कि नए वित्तीय वर्ष में उसे 13 हजार 98 मिलियन यूनिट बिजली खरीदने पर पडऩे वाले अतिरिक्त बोझ के एवज में बिजली बढ़ोत्तरी की मांग की थी।

घरेलू श्रेणी में बिजली की दरें (रुपये में)
खपत 2021 2022
100 यूनिट तक 2.80 2.90
101 से 200 यूनिट, 4.00 4.20
201 से 400 यूनिट, 5.50 5.80
400 से अधिक यूनिट, 5.15 5.40

पिछले साल और वर्तमान में फिक्स सरचार्ज (रुपये में)
खपत पहले वर्तमान में
1 किलोवाट तक 60 62
2 किलोवाट तक 126 140
3 किलोवाट 210 215
4 किलोवाट तक 280 330

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Posted By: Inextlive