- नहीं चली डोईवाला रूट की सिटी बसेज, 2100 रुपये मंथली पर समझौता

- दून-डोईवाला के बीच चलने वाले ट्रेकर्स को 500 रुपये मंथली का आश्वासन

- प्राइवेट व्हीकल्स को छूट न मिलने पर कांग्रेस-यूकेडी आंदोलन पर आमादा

देहरादून,

तीन दिन बीतते-बीतते लच्छीवाला टोल प्लाजा पर फिर से टेंशन शुरू हो गई है। मंडे को इस बार फिर टोल पर जमकर बवाल हुआ। एक तरफ कांग्रेस और यूकेडी के लोग लोकल लोगों से टैक्स न लेने की मांग को लेकर टोल प्लाजा पहुंचे तो दूसरी तरफ बस, टैक्सी-मैक्सी, लोडर और ट्रक वाले टोल टैक्स कम करने की मांग को लेकर पहुंचे। टोल एजेंसी ने कॉमर्शियल व्हीकल्स को अपनी तरफ से कुछ छूट देने का आश्वासन दिया, लेकिन प्राइवेट व्हीकल्स के मामले में कोई फैसला न होने के कारण कांग्रेस और यूकेडी ने आंदोलन करने की बात कही है।

टोल के सभी गेट खोले

सुबह उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में टोल प्लाजा पहुंचे। इनमें कई महिलाएं भी शामिल थी। कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा पर जमकर प्रदर्शन किया और टोल के सभी गेट खुलवा दिया। बाद में टोल एजेंसी रिद्धि-सिद्धि के दीपक हरचंदानी ने कार्यकर्ताओं को बातचीत के लिए बुलाया। कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड के सभी व्हीकल्स को टोल टैक्स से छूट देने की मांग की, जिसे मानने से एजेंसी ने साफ तौर पर इनकार कर दिया। इसके बाद यूकेडी ने आने वाले दिनों में आंदोलन करने की बात कही।

20 किमी में भी फ्री नहीं

टोल एजेंसी के बातचीत में कांग्रेस ने 20 किमी के दायरे में रहने वाले सभी व्हीकल्स को टैक्स से पूरी तरह छूट देने की मांग की। एजेंसी का कहना था कि वे इस मांग का एनएचएआई के सामने रखें। यदि अथॉरिटी उनकी मांग मान ले और हमें तय की गई रकम से छूट दे दे तो हमें टैक्स से छूट देने में कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि यहां से गुजरने वालों की व्हीकल्स की संख्या के आधार पर एनएचएआई को दी जाने वाली रकम तय की गई है।

डोईवाला रूट की बसें बंद

टोल टैक्स के विरोध में मंडे को देहरादून-जौलीग्रांट रूट पर चलने वाली बसें बंद रहीं। सभी बसें सुबह ही टोल प्लाजा पहुंची और सड़क के किनारे बसें खड़ी कर दी गई। बस ऑपरेटर टोल एजेंसी के अधिकारियों के पास पहुंचे और टोल टैक्स ज्यादा बताकर इसमें कमी करने की मांग की। काफी देर तक हुई बहस के टोल एजेंसी से इस रूट पर चलने वाली सिटी बसों से महीने के शुरू के एकमुश्त 2100 रुपये लेने की बात कही। इस आश्वासन के बाद बस ऑपरेटर्स ने ट्यूजडे से नियमित रूप से बसेज चलाने का ऐलान किया।

छोटे कॉमर्शियल को 900 रुपये

बसेज ऑपरेटर्स के अलावा टैक्सी-मैक्सी और लोडर ऑपरेटर्स भी टोल प्लाजा पहुंच गये। उन्होंने की टैक्स अमाउंट का ज्यादा बताकर विरोध किया। एजेंसी की ओर से इन व्हीकल्स से 900 रुपये पर मंथ वसूले जाने पर समझौता हुआ। हालांकि डोईवाला से देहरादून के बीच चलने वाले टैक्सी-मैक्सी ऑपरेटर्स 500 रुपये मंथली पर ही अड़े रहे।

प्राइवेट व्हीकल्स पर नहीं बनी बात

देहरादून नंबर के सभी व्हीकल्स का टैक्स कम करने और 20 किमी के दायरे में रहने वाले लोगों के व्हीकल्स को टैक्स से पूरी तरह छूट देने के मामले में कोई समझौता नहीं हो पाया। एजेंसी के अधिकारियों से बातचीत में शामिल यूकेडी के शिव प्रसाद सेमवाल और कांग्रेस से जुड़े राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मोहित उनियाल ने बाद में अलग-अलग बयान जारी करके आने वाले दिनों के टोल टैक्स के विरोध में आंदोलन करने की बात कही।

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जितना संभव था हमने अपनी ओर से छूट दे दी है। पूरी तरह से टैक्स माफ करना संभव नहीं। लोग एनएचएआई से ऐसी मांग कर सकते हैं। यदि लोगों की समस्या को देखते हुए एनएचएआई छूट दे देता है और हमें तयशुदा रकम में छूट दे देता है तो हमें कोई परेशानी नहीं है। यह प्रदर्शन टोल प्लाजा के बजाया एनएचएआई के दफ्तर पर होना चाहिए।

दीपक मीरचंदानी, पार्टनर

सिद्धि-सिद्धि एजेंसी

Posted By: Inextlive