सात शव बेस कैंप लाए गए और एक अन्य के लिए मंडे को दोबारा अभियान चलेगा...


PITHORAGARH: नंदा देवी चोटी फतह करने के दौरान लापता हुए सात ट्रैकर्स और एक भारतीय लाइजन अफसर की खोज में चलाया जा रहे अभियान डेयर डेवल में आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) को संडे को बड़ी कामयाबी मिली। आईटीबीपी की रेस्क्यू टीम ने आठों ट्रैकर्स के शव खोज लिए हैं। इनमें से एक महिला समेत सात के शव टीम बेस कैंप लाए जा चुके हैं। जबकि एक अन्य शव लाने के लिए मंडे को फिर से अभियान चलाया जाएगा।

रेस्क्यू टीम को करनी पड़ी मशक्कत
अभियान की निगरानी कर रहे आईटीबीपी बरेली क्षेत्र के उप महानिरीक्षक एपीएस निंबाडिया ने बताया कि लापता ट्रैकर्स के शवों की खोज एवं बचाव कार्य के लिए आईटीबीपी का रेस्क्यू टीम अभियान में जुटी हुई है। टीम 15 जून से नंदा देवी बेस कैंप से अभियान संचालित कर रही है। 17800 फीट की ऊंचाई पर बने इस बेस कैंप क्षेत्र में हो रहे पल-पल बदल रहे मौसम के चलते टीम हर दिन चुनौतियों से जूझ रही थी। डीआईजी निंबाडिया ने बताया कि संडे सुबह भी नंदा देवी में हिमपात हुआ। बावजूद इसके आईटीबीपी की टीम सुबह साढ़े तीन बजे से बर्फ में दबे शवों को निकालने में जुट गया था। चुनौतियों से जूझते हुए दल ने सात ट्रैकर्स के शव निकाल लिए। कुछ शव ढ़ाई से तीन फीट बर्फ में दबे हुए थे, जबकि कुछ शवों को निकालने के लिए दस फीट तक बर्फ हटानी पड़ी। बरामद शवों में एक महिला ट्रैकर्स का है। बरामद शवों को टीम बेस कैंप ले आई है। यहां से उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिये पिथौरागढ़ लाया जाएगा। डीआईजी ने बताया कि दल के आठवें सदस्य का शव भी खोज लिया गया है, लेकिन इसे बेस कैंप नहीं लाया जा सका। मंडे को इसे लाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। बरामद शवों की शिनाख्त होनी अभी बाकी है।

Posted By: Inextlive