Dehradun: पिछले दिनों आपदा राहत कार्य का जायजा लेने आए नरेंद्र मोदी ने केदारधाम को संवारने का ऑफर देकर कांग्रेस की नींद उड़ा दी. हालत यह हो गई कि वेडनसडे को दोपहर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को मीडिया के सामने यह बयान देना पड़ा कि किसी हाल में नरेंद्र मोदी को केदारधाम बसाने नहीं दिया जाएगा. पर अब करोड़ों हिंदुओं के आस्था के सबसे बड़े धाम केदारधाम को बसाने के लिए कॉरपोरेट जगत के सबसे बड़े दिग्गज अनिल अंबानी सामने आए हैं. आई-नेक्स्ट से एक्सक्लूसिव बातचीत में बद्री-केदार टेंपल कमेटी के सीईओ बीडी सिंह ने बताया कि अनिल अंबानी ने कहा है कि केदारधाम को संवारने के लिए चाहे जितने करोड़ लग जाएं वे तैयार हैं.


उत्तराखंड में आई देश की सबसे बड़ी त्रासदी के जख्म कब तक भर पाएंगे और भगवान शिव की नगरी केदारपुरी फिर से कब बस पाएगी ये सवाल दुनियाभर के करोड़ों श्रद्धालुओं के जेहन में लगातार कौंध रहा है। इस त्रासदी की भरपाई के लिए देश-दुनिया से हजारों हाथ बढऩे लगे हैं। इसी कड़ी में भयंकर त्रासदी के कारण तबाह हो चुका केदारनाथ व भगवान भोले के मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने के मुखिया अनिल अंबानी ने जिम्मा उठाने का निर्णय लिया है। आपदा की इस घड़ी में उन्होंने बकायदा टेंपल कमेटी को कहा है केदारपुरी को पुनर्जीवित करने के लिए जितनी भी रकम खर्च होगी, वे तैयार हैं। हर साल आते हैं दर्शन को


भगवान बद्री-केदार के प्रति देश के सबसे बड़े उद्योगपति अनिल अंबानी की आस्था को शायद ही कभी तोला जा सकता है। उनकी श्रद्धा, भक्ति और आस्था हर साल देखी जा सकती है। वे हर साल भगवान के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं और भगवान के चरणों में मनवांछित घोषणाएं भी कर जाते हैं। इस साल भी वे दोनों धामों के दर्शन कर लौटते समय कह गए थे कि भगवान बद्रीविशाल में चंदन, घी सहित पूजा-अर्चना में जितना खर्चा आएगा, वे खुद वहन करेंगे। अब जब आपदा के कारण केदारपुरी मलबे के ढेर में तब्दील हो चुकी है। मंदिर को काफी नुकसान पहुंच चुका है और सैकड़ों श्रद्धालु काल के गाल में समा चुके हैं। तो ऐसे में कार्पोरेट जगत के बादशाह कहे जाने वाले अनिल अंबानी ने केदारपुरी को बसाने का भरोसा दिलाया है। वेडनसडे शाम हुई बातचीतवेडनसडे को शाम करीब 7.35 मिनट पर खुद अनिल अंबानी का टेंपल कमेटी के सीईओ वीडी सिंह के पास फोन आया। अनिल अंबानी ने केदारनाथ के जीर्णोद्वार करने पर अपनी सहमति दी। इस बारे में बद्रीनाथ से टेंपल कमेटी के सीईओ वीडी सिंह ने आईनेक्स्ट से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि स्वयं अनिल अंबानी ने केदारनाथ बसाने के लिए अपनी सहमति दी है। उन्होंने मंदिर समिति को आश्वास्त किया है कि केदारनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार और साफ-सफाई के लिए जितनी भी रकम खर्च होगी, वे देने को तैयार हैं। सीईओ ने बताया कि अनिल अंबानी ने भी इस भयंकर आपदा पर दुख जताया, कहा कि वे इस घड़ी में उनके साथ हैं। सात जुलाई तक हो जाएगी सफाई

मंदिर समिति के चीफ एक्सक्यूटिव ऑफिसर वीडी सिंह कहते हैं कि केदारनाथ धाम यात्रा को जितनी जल्दी सुचारु किया जाए, प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए बकायदा 25 लोगों की टीम, जिसमें पुजारी भी शामिल हैं को रवाना कर दिया गया है। बद्रीनाथ से पांच लाख रुपए भी दे दिए गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि सात जुलाई तक केदारनाथ में साफ-सफाई पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा मंदिर समिति के प्रयास हैं कि यात्रा किसी भी कीमत पर न रुके। हालांकि यात्रा शुरू करने से पहले विधि-विधान के साथ शुद्धिकरण होगा, उसके बाद यात्रा सुचारु करने की कोशिश की जाएगी।

Posted By: Inextlive