-युवाओं को चक्कर काटने पर मजबूर, नहीं हो रहा स्लॉट तक बुक

देहरादून। दून में युवाओं में वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह है, लेकिन पहले तो स्लॉट ही बुक नहीं हो पा रहा, जैसे तैसे स्लॉट बुक हो भी गया तो चक्कर काटने के बाद भी वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा। कई जगह इंतजार करने के बाद भी वैक्सीनेशन नहीं हो पाया। लोग कई दिन चक्कर काटने के बाद भी वापस लौटने को मजबूर हैं। फरवरी में वैक्सीन सेंटर की देहरादून जनपद में सेंटर की संख्या 133 पहुंच गई थी। जबकि दून शहर में यह संख्या 83 थी। जो अब घटकर दून जनपद में 33 रह गई है। जबकि दून सिटी में केवल 12 रह गई है। ऐसे में वैक्सीनेशन कराने के लिए सिटी में मारामारी की स्थिति है। बात करने पर युवाओं ने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम से 18 से 44 वर्ष के लोगों ने परेशानी बताई।

18-44 एज ग्रुप के लिए सिर्फ 6 सेंटर्स

जिले में 18-44 वर्ष की आयु तक के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए जिले में केवल 15 सेंटर्स हैं। जबकि दून में केवल 6 सेंटर्स ही हैं। प्रेमनगर, रायपुर, सहस्रधारा व राजपुर रोड जैसे एरियाज में रहने वाले लोगों के लिए यह और ज्यादा परेशानी का सबब है। जबकि प्राइवेट में सिर्फ एक हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन किया जा रहा है, जहां इसके लिए एक डोज के 900 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं, जो कई लोग दे पाने में सक्षम नहीं हैं।

बारिश के कारण पहुंचे कम लोग

थर्सडे को हुई बारिश के कारण दून हॉस्पिटल, हरिद्वार रोड स्थित वैक्सीन सेंटर्स में वैक्सीनेशन के लिए कम लोग पहुंचे।

18-44 एज ग्रुप के लिए सेंटर

हरिद्वार बाईपास साइट - 1

हरिद्वार बाईपास साइट - 2

हरिद्वार बाईपास साइट - 3

एमकेपी कॉलेज

डीएवी कॉलेज

ब्लूमिंग ब‌र्ड्स स्कूल गढ़ी कैंट

कई बार ट्राई करने के बाद भी साइट पर बुकिंग नहीं हो पा रही है। स्लॉट बुक करने के लिए 3.55 से ही ट्राई करती हूं, लेकिन 75 परसेंट प्रोसेस होने के बाद भी स्लॉट बुक नहीं हो पाता। समझ नहीं आ रहा वैक्सीनेशन कैसे होगा।

अनुष्का शुक्ला, प्रेमनगर देहरादून

मेरा बीते सप्ताह से स्लॉट बुक है। लेकिन वैक्सीनेशन साइट का कुछ पता नहीं चल रहा। एक हफ्ते पहले वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक होने के बाद भी अब तक मेरी वैक्सीन नहीं लग पाई है। न इसको लेकर ही कोई मैसेज आ रहा। अभिषेक सैनी, फे्रंड्स एनक्लेव, सहस्रधारा रोड देहरादून

जब से 18 प्लस के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ, तब से स्लॉट के लिए ट्राई कर रहा हूं लेकिन स्लॉट बुक नहीं हो पा रहा है। हर बार लॉगइन करने के कुछ देर में ही स्लॉट फुल हो जाते हैं।

अमित राठौर, राघव विहार

मैं कई बार चक्कर काटकर लौट चुका हूं, लेकिन इसके बाद भी वैक्सीनेशन नहीं हो पाया। लगभग 3 दिन से चक्कर काटने को मजबूर हूं। मेरे दोस्त को जब यहां वैक्सीन नहीं मिली, तो मजबूरी में ऋषिकेश जाकर वैक्सीन लेनी पड़ी।

केवल शुक्ला, प्रेमनगर

Posted By: Inextlive