- बारिश थमी लेकिन नहीं थम रहा सब्जी की दामों में उछाल

- 40 रुपये किलो से कम नहीं कोई सब्जी मार्केट में

देहरादून

सब्जियां आम लोगों की थाली से लगातार दूर होती जा रही हैं। उम्मीद की जा रही थी कि बारिश थम जाने के बाद सब्जियों के दाम कम होने लगेंगे, लेकिन फिलहाल ऐसी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। इन दिनों दून में कोई भी सब्जी 40 रुपये किलो से कम नहीं मिल पा रही है। ऐसे में आम लोग कम से कम सब्जी में गुजारा करने की कोशिश कर रहे हैं।

टमाटर 80 के पार

हालांकि हर तरह की सब्जियों के दाम इन दिनों आसमान छू रहे हैं, लेकिन आम लोगों को टमाटर सबसे ज्यादा परेशान कर रहा है। टमाटर की कीमत 80 रुपये के पार पहुंच चुकी है। ऐसे में कई लोगों ने तो टमाटर का इस्तेमाल करना ही कम कर दिया है। कुछ लोगों ने टमाटर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया है।

40 से कम कुछ नहीं

फिलहाल कोई भी सब्जी ऐसी नहीं है, जो 40 रुपये से कम मिल रही हो। इन दिनों बहुतायत से पैदा होने वाली तोरी की कीमत भी 40 रुपये किलो चल रही है। खास बात यह है कि दून में स्थानीय स्तर पर भी तोरी की अच्छी-खासी फसल हो गई है। तोरी उगाने वालों को इसकी कीमत 10 रुपये ही मिल रही है, लेकिन दुकान पर पहुंचते ही तोरी भी 40 पर पहुंच रही है। लौकी, कद्दू और चचिंडा जैसी मौसमी सब्जियां भी 40 रुपये किलो से कम नहीं मिल पा रही हैं।

आलू-प्याज भी पीछे नहीं

आमतौर पर अन्य सब्जियां महंगी होने पर भी आलू और प्याज की कीमत स्थिर रहती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। दून में पहाड़ी आलू 60 रुपये किलो तक बिक रहा है, जबकि सामान्य आलू 40 से 45 रुपये के बीच है। प्याज 40 रुपये किलो तक चल रहा है।

अब सड़कों का बहाना भी नहीं

पिछले वीक तक सब्जी व्यवसायी बारिश के कारण सड़कें खराब हो जाने को सब्जियां महंगी होने की वजह बता रहे थे, लेकिन अब यह बहाना भी नहीं बचा है। बारिश कम होने के बाद अब ज्यादातर सड़कें भी ठीक हैं। सब्जी व्यवसायियों का कहना है कि मंडी में सब्जियां की सप्लाई कम आ रही है। उधर सब्जी मंडी में आने वाले सब्जी उत्पादक अब भी लागत से कम दाम मिलने की बात कह रहे हैं।

Posted By: Inextlive