- विकासनगर के हरबर्टपुर स्थित आदूवाला में इन्फ्रो माइक्रो क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के एजेंट से हुई दो लाख रुपये की लूट का मामला

- पुलिस ने आरोपी एजेंट को दोनों दोस्तों के साथ किया गिरफ्तार, एजेंट ने 1 लाख रुपए लूट से पहले ही कर दिए थे अलग

देहरादून,

विकासनगर के हरबर्टपुर स्थित आदूवाला में इन्फ्रो माइक्रो क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के एजेंट से हुई दो लाख रुपये की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लूट का मास्टरमाइंड खुद एजेंट निकला जिसने अपने दोस्तों के साथ लूट की पूरी साजिश रची। पुलिस को एजेंट पर तब शक हुआ जब वह बार-बार अपने बयान बदलने लगा। आखिरकार कड़ी पूछताछ में उसने सबकुछ सच-सच उगल दिया। पुलिस ने साबिर और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक नाबालिग है, जिसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया। पुलिस ने तीनों के पास से लूटी गई पूरी रकम भी बरामद की है।

वेडनसडे सुबह हुई थी लूट

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि सहारनपुर निवासी साबिर अली इन्फ्रो माइक्रो क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में बतौर एजेंट कार्यरत है। वेडनसडे की सुबह वह सोसायटी के 2 लाख रुपये लेकर आदूवाला और धर्मावाला में वितरित करने जा रहा था। बताया गया कि करीब 8 बजे वह आदूवाला गांव के पास पहुंचा ही था कि बाइक सवार दो युवक पीछे से आए और उसकी आंख में मिर्च पाउडर झोंक कर रुपये का बैग ले उड़े। इस घटना की सूचना कंपनी के रीजनल मैनेजर नवीन शर्मा निवासी बनखंडी, ऋषिकेश ने विकासनगर पुलिस को दी थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने साबिर से पूछताछ करने के साथ इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरा फुटेज चेक किए। पूछताछ में पुलिस को शक हो गया कि साबिर कुछ छिपा रहा है। इसके बाद साबिर से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, इसके बाद साबिर ने पूरा प्लान और सच्चाई बता दी। उसने बताया कि लूट का प्लान उसने खुद बनाया था। इसके लिए उसने अपने गांव के रहने वाले दो दोस्तों को शामिल किया था। पुलिस ने साबिर के निशानदेही पर एक टीम सहारनपुर के लिए रवाना कर दी गई, वहां साबिर के दोस्त आमिर व एक अन्य को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से एक लाख रुपये भी बरामद कर लिए गए।

वाट्सएप कॉल के जरिये संपर्क

साबिर ने पूरा प्लान पुलिस को चकमा देने के लिए बनाया था। ताकि पुलिस की पकड़ में न आए। इसके लिए तीनों आपस में वाट्सएप कॉल के जरिये संपर्क में बने रहे। करीब 15-20 दिन पहले उसने अपने दोस्तों को बताया कि उसके पास सोसायटी का काफी पैसा रहता है, यदि दोनों तैयार हों तो वह मालामाल हो सकते हैं। पहले तो दोस्तों ने मना किया, लेकिन जब साबिर ने भरोसा दिलाया कि वह नहीं पकड़े जाएंगे तो सभी क्राइम के लिए तैयार हो गए।

ऐसे हुआ लूट का नाटक

साबिर के फोन पर आमिर और उसका नाबालिग दोस्त सुबह साढ़े चार बजे कुतुब माजरा से देहरादून के लिए निकल पड़े थे। पौने 8 बजे साबिर भी आदूवाला पहुंच गया। आमिर बाइक से साबिर के पीछे-पीछे चलने लगा। एक सुनसान स्थान पर साबिर ने बैग आमिर को दिया और तब आमिर ने मिर्च का पाउडर उसके चेहरे पर मार दिया। इसके बाद वह बैग लेकर भाग गया।

लूट के एक लाख रुपए साबिर ने रखे

इस घटना से पहले ही साबिर ने एक लाख रुपये निकाल कर अपने पास रख लिए थे। साबिर ने पूछताछ में बताया कि करीब एक साल पहले बहन की शादी होने के बाद उस पर चार लाख रुपये का कर्ज हो गया था। इसी वजह से उसने लूट की साजिश रची। लूट में मिले एक लाख रुपये खुद साबिर ने रखे, जबकि बाकी के दोनों को पचास-पचास हजार रुपये मिले थे।

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पुलिस को साबिर पर पहले से शक था कि वह कुछ छुपा रहा है। उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने खुद ही लूट की साजिश रचने की बात स्वीकारी और लूट के नाटक का खुलासा हुआ। खुलास करने वाली टीम को ढाई हजार रुपए ईनाम की घोषणा की गई है।

अरुण मोहन जोशी, एसएसपी

Posted By: Inextlive