- ट्रांसपोर्ट नगर के वाटर एटीएम का ताला तोड़कर की चोरी

- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाये गये हैं 15 वाटर एटीएम

देहरादून

पिछले कई महीनों में सफेद हाथी बने सिटी के वाटर एटीएम में अब चोरियां भी होने लगी हैं। चोरों ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित वाटर एटीएम का ताला तोड़ दिया और वहां रखा जो सामान उठा सकते थे। उठा ले गये। हालांकि मशीन का सामान चोर नहीं निकाल पाये। दून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों को इस चोरी की कोई जानकारी नहीं है।

पंखा-फर्नीचर ले गये

ट्रांसपोर्ट नगर का यह वाटर एटीएम सिटी के कई अन्य एटीएम की तरह ही लॉकडाउन के समय से ही बंद पड़ा हुआ है। आज लोगों ने देखा कि वाटर एटीएम का ताला टूटा हु़आ है। इस बार में वाटर एटीएम चला रहे कर्मचारी को सूचना दी गई। कर्मचारी मौके पर पहुंचा तो देखा कि वाटर एटीएम का ताला टूटा हुआ है। चोर वहां से पंखा, फर्नीचर, कंसील लाइट और कुछ अन्य सामान चुरा ले गये थे। चोरों ने मशीन को भी तोड़ने की प्रयास किया, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाये।

15 वाटर एटीएम सिटी में

देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत वाटर एटीएम पहला प्रोजेक्ट था, जिसका लाभ आम लोगों को मिलने लगा था। इस प्रोजेक्ट के तहत सिटी में 24 वाटर एटीएम लगाये जाने थे। इसमें से 15 एटीएम लगाये जा चुके थे। 15 एटीएम में से ज्यादातर से दूनाइट्स को कम पैसे में आरओ से साफ किया हुआ पानी मिल रहा था।

लॉकडाउन के बाद से बंद

कोविड-19 लॉकडाउन से पहले ज्यादातर वाटर एटीएम काम कर रहे थे। सभी एटीएम पर कर्मचारी नियुक्त किये गये थे। लॉकडाउन के दौरान वाटर एटीएम भी बंद रहे। बाद में धीरे-धीरे सब कुछ खुलने लगा, लेकिन दो महीने की सैलरी न दिये जाने के कारण वाटर एटीएम नहीं खुल पाये। दरअसल इन कर्मचारियों को एटीएम चलाने वाली कंपनी से लॉकडाउन के दो महीने की सैलरी देने से इनकार कर दिया था। बाद में डीएससीएल के अधिकारियों के हस्तक्षेप पर कुछ एटीएम शुरू हो पाये, लेकिन कई एटीएम अब भी लावारिस हालात में बंद पड़े हुए हैं।

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वाटर एटीएम बनाने और चलाने का काम प्राइवेट कंपनियों को दिया गया है। मुझे किसी वाटर एटीएम में चोरी की सूचना नहीं मिली है। मैं पता करूंगा और इस संबंध में जो भी जरूरी कार्रवाई होगी, वह किया जाएगा।

अशोक नेगी, एजीएम सिविल

डीएससीएल

Posted By: Inextlive