- अधूरे छोड़ दिये कामों के कारण कई जगह हो रही परेशान

- एवरेज से कम बारिश के बावजूद शहर में कई जगह बुरा हाल

देहरादून

दून में अब तक एवरेज से बहुत कम बारिश हुई है। इस सीजन में ट्यूजडे और वेडनसडे को ही दिन में अच्छी बारिश हुई, लेकिन इसी दौरान अधूरे निर्माण कार्यो की साइट्स पर स्थितियां खराब हो गईं। कहीं पानी भर गया तो कहीं कीचड़ के कारण चलना मुश्किल हो गया। हालांकि देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर निगम लगातार दावा करते रहे हैं कि बारिश के दिनों में आम लोगों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने छापी थी खबर

बारिश शुरू होने से पहले दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शुरू किये गये कामों के अधूरे छोड़ दिये जाने और इससे बारिश में होने वाली परेशानी को लेकर खबर छापी थी। इस खबर के बाद डीएससीएल के सीईओ ने कुछ साइट्स पर जाकर काम पूरा होने के साथ ही सड़कों पर पैचवर्क का काम करने की हिदायत भी संबंधित अधिकारियों को दी थी। इसके बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

दो महीने से खुदी हैं सड़कें

डीएससीएल के दावे के बावजूद दून की कई मु़ख्य सड़कें पिछले दो महीने से खुदी हुई हैं। ईसी रोड और सुभाष रोड सहित कई अन्य सड़कों की हालत सबसे बुरी है। इस दौरान राजपुर रोड पर कुछ जगहों पर पैचवर्क हुआ है। इसके अलावा कहीं भी पैचवर्क का काम शुरू नहीं हो पाया है।

बारिश में परेशानी

सिटी में दो दिन के दौरान हुई बारिश के कारण प्रोजेक्ट साइट्स पर स्थितियां खराब हो गई हैं। ईसी रोड, सुभाष रोड और कॉन्वेंट रोड की हालत सबसे खराब हैैं। बारिश होने के कारण इन सड़कों पर कहीं जलभराव हो गया है तो कहीं कीचड़ फैल गई है। ऐसे में इन सड़कों से गुजरना मुश्किल हो रहा है। डीएससीएल का खुदाई का काम तो लगातार चल रहा है, लेकिन गड्ढे भरने और पैचवर्क का काम फिलहाल पूरी तरह से बंद है।

नगर निगम के दावे भी फेल

जलभराव की स्थिति से निपटने के नगर निगम के दावे भी दो दिन की बारिश में पूरी तरह से फेल हो गये हैं। नगर निगम अप्रैल के महीने से दावे कर रहा था कि मॉनसून आने से पहले ही सभी नाले और नालियां साफ कर दिये जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कुछ नालियों की तो सफाई कर दी गई। सिटी में गिनी चुनी नालियों की ही सफाई हो पाई। बड़े नालों की तरफ ध्यान भी नहीं दिया गया।

मजदूरों की कमी पड़ रही भरी

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इन दिनों मजदूरों की कमी से जूझ रहा है। कोरोना लॉकडाउन में बड़ी संख्या में मजदूरों की वापस लौट जाने के कारण जरूरतभर के मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। डीएससीएल के अधिकारियों का कहना है कि मजदूर न मिलने के कारण प्रोजेक्ट पूरे करने में देरी होने की आशंका बनी हुई है। काम तेजी से पूरे करने का दबाव लगातार बढ़ रहा है, लेकिन मजदूरों की कमी लगातार समस्या बनी हुई है।

एवरेज से 30 परसेंट कम बारिश

दो दिन की बारिश ने दून को अस्त-व्यस्त कर दिया है। यह स्थिति तब है, जबकि इस बार सिटी में अब तक एवरेज से कम बारिश हुई है। जुलाई के पहले हफ्ते में सिटी में एवरेज से कुछ ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन उसके बाद से लगातार तीन हफ्ते कम बारिश के रहे। दो दिन अच्छी बारिश और जलभराव की स्थिति के बावजूद 23 से 29 जुलाई का पीरियड भी कम बारिश का रहा। इस दौरान सिटी में एवरेज 142.3 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार 99.0 मिमी बारिश हुई। इसमें भी 84.7 मिमी बारिश सिर्फ एक दिन ट्यूजडे को दर्ज की गई। इस मॉनसून सीजन के एवरेज में भी दून नॉर्मल बारिश से 30 परसेंट पीछे चल रहा है। 1 जून से 30 जुलाई तक सिटी में 698.5 एवरेज बारिश होती है, लेकिन इस बार 489.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

जुलाई में बारिश -मिमी में-

वीक एक्चुअल नॉर्मल

फ‌र्स्ट वीक 137.2 94.3

सेकेंड वीक 47.6 129.8

थर्ड वीक 76.7 139.5

फोर्थ वीक 99.0 142.3

स्टेट में अब तक स्थिति

जिला एक्चुअल नॉर्मल अंतर

अल्मोड़ा 311.9 410.1 -24

बागेश्वर 1022.0 410.1 149

चमोली 3762.2 349.2 7

चम्पावत 383.3 664.5 -42

देहरादून 489.0 698.5 -30

पौड़ी 314.2 545.4 -42

टिहरी 325.9 451.9 -28

हरिद्वार 404.5 425.4 -5

नैनीताल 494.9 696.0 -29

पिथौरागढ़ 870.8 763.7 14

रुद्रप्रयाग 468.9 688.6 -32

यूएस नगर 609.1 505.3 21

उत्तरकाशी 274.6 579.7 -53

बागेश्वर से 149 परसेंट ज्यादा

स्टेट में उत्तरकाशी जिले में जहां नॉर्मल से 53 परसेंट बारिश कम हुई है, वहीं दूसरी ओर बागेश्वर जिला इस बार बारिश के मामले में 149 परसेंट आगे चल रहा है। बागेश्वर में अब तक 1022.0 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि इस दौरान यहां एवरेज 210.1 मिमी बारिश होती है। उत्तरकाशी जिले में एवरेज 579.7 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार अब तक 274.6 मिमी बारिश ही हुई है।

Posted By: Inextlive