DEHRADUN : बच्चे हों या पैरेंट्स दोनों ही फ्यूचर को लेकर एक समय के बाद टेंस्ड होने लगते हैं. कई बार न बच्चा अपने लिए कोई ऐम चुन पाता है और न ही पैरेट्स बच्चे की बेहतरी के लिए कुछ सोच पाते हैं. बच्चे का भविष्य क्या होगा उसका आने वाला कल क्या लेकर आएगा या वह किस लेवल पर जाकर अपनी तैयारियां करे? इन सवालों का जवाब अक्सर मिल ही नहीं पाता लेकिन बीएचयू और जागरण गु्रप के संयुक्त प्रयास और आई-नेक्स्ट द्वारा आर्गनाइज हुए इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट ने ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब आसान बनाए. एग्जाम के जरिए जहां स्टूडेंट्स को इस बात की जानकारी मिल पाई कि वह फ्यूचर में किस फील्ड में बेहतर कर सकते हैं. एग्जाम का पैटर्न भी पैरेंट्स और टीचर्स के अलावा स्टूडेंट्स को भी खूब भाया.


दून के 16 स्कूल्स में एग्जामइंटेलीजेंस को परखने के लिए आर्गनाइज होने वाला इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट देहरादून के 16 स्कूल्स में आर्गनाइज हुआ। जहां हजारों बच्चों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। अपना इंटेलीजेंसी लेवल जानने का उत्साह न सिर्फ बच्चों में, बल्कि पैरेंट्स में भी खूब देखने को मिला। एग्जाम के स्टार्ट होने से लेकर खत्म होने के बाद तक बच्चों का क्रेज कम नहीं हुआ। स्कूल्स में एग्जाम से पहले उमड़ी भीड़


अपने इंटेलिजेंस का लोहा मनवाने के लिए सिटी के दर्जन भर से ज्यादा स्कूल्स में रजिस्टर्ड हुए उत्साहित बच्चों की भीड़ एग्जाम से पहले ही उमड़ पड़ी। इंटेलीजेंस और टैलेंट का दमखम दिखाने को बेकरार बच्चों ने एग्जाम में अपनी क्वॉलिटी का बखूबी प्रदर्शन किया। हालांकि बच्चों को एग्जाम पंद्रह मिनट पहले सेंटर्स पर पहुंचना था, लेकिन कई जगह बच्चे स्कूल टाइम से भी पहले पहुंच गए। एग्जाम के दौरान मिले रोटोमैक पेन को पाकर बच्चे खासे उत्सहित नजर। टेस्ट फॉरमेट आया पसंद

क्लास सिक्स से 12 तक के स्टूडेंट्स को 90 मिनट में टेस्ट पूरा करना था। चौंकाने वाली बात यह रही कि बच्चों ने इसी टाइम में ईजिली एग्जाम खत्म कर दिया। एग्जाम कैसा हुआ के सावल पर बच्चों का कहना था कि पैटर्न इस तरह से डिजाइन था कि कोई प्रॉब्लम ही नहीं हुई। कुछ बच्चों ने फिजिक्स को चैलेंजिंग बताया। हालांकि स्टूडेंट्स ने मल्टीपल इंटेलिजेंस टेस्ट और एप्टीट्यूट टेस्ट दोनों कैटेगरी को ईजी बताया। 150 सवालों के घेरे को तोड़कर बच्चों ने बखूबी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। रिवॉर्ड फॉर स्कूल्सइंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट के रिजल्ट जल्द ही अनाउंस किए जाएंगे। रिजल्ट के बाद बेस्ट परफार्मेंस अवार्ड, मैक्सिमम पर्टिसिपेशन अवार्ड, बेस्ट स्कूल कोआर्डिनेशन अवार्ड स्कूल्स को दिए जाएंगे। बच्चों को स्कॉलरशिप के अलावा भी कई गिफ्ट दिए जाएंगे।इनका रहा सपोर्ट टेस्ट को आर्गनइतज करवाने में मुख्य रूप से आईआईटी बीएचयू, नॉलेज पार्टनर बंसल क्लासेज, टेक्नोलॉजी पार्टनर आई बॉल एंड राइटिंग पार्टनर रोटोमैक एंड पॉवर्ड बाए सीग्रीड एजूकेशन का प्रोग्राम के दौरान बेहतरीन सपोर्ट रहा।इन स्कूल्स ने दिया साथ- रिवरेन पब्लिक स्कूल- समरवैली स्कूल - जिंप पायनियर स्कूल- ओलंपस हाई स्कूल- गौतम इंटरनेशनल स्कूल- सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल- जीआईसी दूधली- जीआरडी पब्लिक स्कूल- शिवालिक इंटरनेशनल- राजीव गांधी नवोदय- दून पब्लिक स्कूल- सेंट मैरी स्कूल- हिल फाउंडेशन स्कूल- सांई ग्रेस अकेडमी- मार्शल स्कूल- ग्लेशियर पब्लिक स्कूलकैसा गया तेरा पेपर

एग्जाम के बाद स्टूडेंट्स का एक्साइटमेंट देखने वाला था। पहली बार इस उम्र में ही ओएमआर सीट पर एग्जाम दे रहे बच्चों में गजब का क्रेज देखने को मिला। एग्जाम के बाद सभी एक दूसरे से परफॉर्मेंस के बाद में डिस्कस कर रहे थे।सर जी एक और पेन दिला दोएग्जाम में पार्टिसिपेट कर रहे सभी बच्चों के लिए रोटोमैक की तरफ से शानदार बॉल पेन गिफ्ट किया गया था। पेन के लिए बच्चे इतने उत्साहित थे कि एग्जाम कंडक्ट करा रहे टीम मेंबर्स से और पेन की डिमांड करने लगे।बारिश भी रोक न सकी कदमसभी स्कूल्स में एग्जाम की टाइमिंग सुबह नौ बजे थी। वेडनसडे को सुबह मौसम भी खराब हो गया। रूक रूक कर हो रही बारिश भी बच्चों के कदम रोकने में नाकाम रही। सभी स्कूल्स में सौ प्रतिशत बच्चों ने प्रजेंट होकर एग्जाम में पार्टिसिपेट किया।

Posted By: Inextlive