नगर निगम अधिकारियों के अनुसार पिछले दिनों कूड़े के निस्तारण न होने के कारण शिकायत मिल रहे थी। जिसे देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर नगर निगम कूड़े को डिस्पोज कर रहा है। हालांकि इस तरह डिस्पोजल से नगर निगम को फायदा नहीं हो रहा है। लेकिन कूड़े के ढेर कम करने के लिए यह जरूरी है।

- राजस्थान की सीमेंट फैक्ट्री को सप्लाई किया जा रहा है कूड़ा
- कूड़े से राजस्थान में बन रहा रिफ्यूज्ड डेराइव्ड फ्यूल, 6 कंपनियों से करार

देहरादून, 8 जनवरी (ब्यूरो)।
दून के शीशमबाड़ा प्लांट में अब सिटी का कूड़ा इकट्ठा नहीं होगा। नगर निगम के हर वार्ड से निकलने वाला कूड़ा अब सीधे राजस्थान भेजा जा रहा है, जिससे जल्द से जल्द डिस्पोज किया जा सके। हालांकि, नगर निगम को इस कूड़े को भेजने से कोई फायदा नहीं हो रहा रहा है। लेकिन, सिटी का कूड़ा शीशमबाड़ा में इकट्ठा न हो इसे देखते हुए इसे यहां से प्राथमिकता के तौर पर भेजा जा रहा है। इसके साथ ही लम्बे समय से शीशमबाड़ा में एकत्र हुए कुड़े को भी रुड़की की आईआईटी कंपनी ले जाएगी।

क्या होता है कूड़े का
दून शहर से रोजाना 450 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। जिसे अब नगर निगम शीशमबाड़ा में इकट्ठा नहीं कर रहा है। बल्कि हाथों-हाथ इसे 26 टायरा ट्रक के माध्यम से राजस्थान स्थित सीमेंट फैक्टरी में भेजा जा रहा है। जहां इसका इस्तेमाल रिफ्यूज्ड डेराइव्ड फ्यूल (आरडीएफ) बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

आंकड़ों पर एक नजर
- 100 वार्ड से उठाया जाता है कूड़ा।
- 3 कंपनी रोजाना करती हैं डोर-टू-डोर कलेक्शन।
- 3 डम्पिंग जोन में इकट्ठा होता है कूड़ा।
- 450 मीट्रिक टन रोज होता है कूड़ा।


इस तरह डिस्पोज किया जा रहा कूड़ा
- पांच कंपनियों के साथ किया गया है कूड़े का टेंडर।
- फिलहाल केवल दो कपंनी को ही भेजा जा रहा कूड़ा।
- राजस्थान स्थित जेके सिमेंट फैक्टरी को भेज रहे कूड़ा।
- रोजाना एक 26 टायरा ट्रक भेजा जा रहा राजस्थान।
- कई बार एक दिन में 3 गाड़ियों की भी होती है सप्लाई।
- एक ट्रक की क्षमता 45 से 50 टन।

इन कंपनी के साथ कॉन्ट्रेक्ट
बिरला मध्य प्रदेश
अल्ट्राटेक सीमेंट राजस्थान
श्री सीमेंट राजस्थान
अंबुजा सीमेंट हिमाचल प्रदेश
जेके सीमेंट माहरा राजस्थान
जेके सीमेंट चित्तौड़ राजस्थान

केवल यहां हो पा रही सप्लाई
जेके सीमेंट माहरा राजस्थान
जेके सीमेंट चित्तौड़ राजस्थान
अंबुजा सीमेंट हिमाचल प्रदेश(कभी-कभी )

पहले हिमाचल प्रदेश में कूड़ा भेजा जा रहा था। लेकिन, अब राजस्थान से रोजाना कंपनी की गाड़ी पहुंच जाती है, जिसमें कूड़ा भेजा जा रहा है। इसके साथ ही अब शीशमबाड़ा में एकत्र हुए कूड़े के डिस्पोजल के लिए रुड़की आईआईटी के साथ टेंडर हो गया है। इस कूड़े का भी निस्तारण जल्द हो जाएगा।
डॉ अविनाश खन्ना, वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

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Posted By: Inextlive