दोपहर तक इलाकेवार उसके बाद झूम कर बरसे बादल

देर रात तक जारी रहा छोटी बड़ी बूंदों टपकाने का सिलसिला

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बादलों का भी अपना मिजाज है। कभी तो झूम कर बरसते हैं तो कभी बूंदे टपका कर निकल जाते हैं। पर बादलों ने तो इधर कुछ अलग की खेल दिखाया। महमूरगंज में बारिश हो रही है तो सिगरा पर सन्नाटा है और इधर सारनाथ में बारिश हो रही है तो नदेसर पर सूखा है। शुक्रवार की दोपहर तक लोगों ने बादलों के कुछ ऐसे ही मिजाज में बरसते देखा। पर दोपहर बाद उनका मिजाज बदला और वे बड़ी बड़ी बूंदे टपकाने लगे। लगभग 45 मिनट तक बड़ी बड़ी बूंदें गिरी। उसके बाद बूंदों का सिलसिला कभी तेज तो कभी धीरे जारी रहा। सड़क के हर गड्ढों में पानी भर गया जिसका नतीजा लोगों ने भुगता।

बादल तो ऐसे ही खेलेंगे

मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय कहते हैं कि बादल का खेल तो ऐसे ही जारी रहेगा। इन दिनों झारखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश में हवा के कम दबाव का क्षेत्र (लो-प्रेशर) बना हुआ है। इसके चलते बादलों की आवाजाही का क्रम लगातार जारी और अगले कुछ दिनों तक यह जारी रहेगा। हवा का रुख पुरवा होने के चलते बंगाल की खाड़ी से लगातार आ‌र्द्रता भी पहुंच रही है। उधर रह-रहकर तपिश (लोकल हीटिंग) भी हो रही है। इस सबका मेल बारिश की वजह बन रहा है। प्रो। पांडेय हैं कि मानसून शुरू होने के बाद से अब तक बादलों को 170 मिमी बरस जाना चाहिए था पर वे अभी तक 147 मिमी की बरस सके हैं।

टेंप्रेचर में गिरावट

इधर 24 घंटे में टेंप्रेचर में गिरावट दर्ज की गयी। मौसम कार्यालय के मुताबिक मैक्सिमम टेंप्रेचर चार डिग्री गिरकर 34.4 से 30.4 डिग्री सेल्सियस हो गया हालांकि मिनिमम टेंप्रेचर 26 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। मैक्सिमम ह्यूमिडिटी लेवल भी 100 से घटकर 90 पर पहुंच गया।

Posted By: Inextlive