>RANCHI: चौक-चौराहों पर लोगों का रूट अलर्ट करने वाला वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड अब नहीं बोल रहा है। फलाना चौक से जुलूस गुजर रहा है। बीच सड़क पर गाड़ी खराब हो गई है। इधर से जा कर जाम में फंस सकते हैं। प्लीज, अपना रूट चेंज कर लीजिए। ख्0क्फ् में रांची पुलिस द्वारा सिटी को जाम मुक्त रखने के लिए शुरू की गई यह सेवा लोगों को अब नहीं मिल रही है।

ये थे फायदे

रांची ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगवाए गए वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड की मदद से लोग जाम में फंसने से बच जाते थे। अगला चौक-चौराहा जाम है इसकी सूचना यह बोर्ड दे देता था। इससे उस ओर जानेवाला व्यक्ति जाम से बच जाता था। यह बोर्ड बताता था कि फलाना जगह पर जुलूस निकला है, गाड़ी खराब हो गई। इधर जाने से जाम में फंस सकते हैं। आप अपना रूट चेंज कर लें।

ये था फंक्शन

नगर विकास विभाग की ओर सें सिटी के दस महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड लगवाए गए थे।

-अगर आप कहीं जा रहे हैं, पता नहीं है कि अगला चौक जाम है, तो ऐसे में वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड आपको पहले ही अलर्ट कर देता है। वह गाईड की भूमिका अदा करता है।

- रोड जाम की सूचना भी दी जाएगी

यहां लगे थे मैसेज साइन बोर्ड

वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड सिटी के सर्जना चौक, डंगराटोली चौक, बिरसा चौक, एजी मोड़, अरगोड़ा चौक, सुजाता चौक, मुंडा चौक, कांटाटोली चौक, बूटी मोड़, रतन टॉकीज, जेल चौक तथा सीनियर एसपी चौक पर लगाया गया था।

सुनने पड़ रहे थे ताने

रेड लाइट क्रास करने वालों की खैर नहीं थी। यदि कोई जान-बूझकर रेड लाइट क्रास करता, तो उसे ताने सुनने पड़ते थे।

ट्रेटा से होना था कंट्रोल

वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड ट्रेटा के कंट्रोल में था। दो पुलिसकर्मियों को ट्रेटा में पदस्थापित किया गया था। चौक पर तैनात इन पुलिसकर्मियों के कहने पर कंप्यूटर में मैसेज फ्लैश किया जाता था और तुरंत वर्ड टाइप कर मैसेज को वहीं से डाइवर्ट किया जाता था।

लाखों रुपए हो गए बर्बाद

इस सिस्टम के बंद होने से झारखंड सरकार को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। सिस्टम बेंग्लुरू की एक कंपनी द्वारा लगवाया गया था। पर, जैसे-जैसे अधिकारी बदले, वैसे-वैसे सिस्टम भी खत्म होता गया।

ऑफिशियल स्टैंड

यह मामला मेरे समय का नहीं है। आखिर उसे बंद क्यों किया गया, इस पर छानबीन करने की जरूरत है।

-प्रभात कुमार, एसएसपी, रांची।

Posted By: Inextlive