बेडरूम के दक्षिण-पूर्व कोने में ऑयल डिफ्यूजर जरूर रखें और इसमें रोज या लैवेंडर की खुशबू का इस्तेमाल करें...


हम सभी के घर में शयन कक्ष ( बेडरूम ) वास्तु वाइब्स की सही दिशा में होना चाहिए। वास्तु वाइब्स में इसका भी अपना एक अलग महत्व है। यदि इसमें कहीं कोई असंतुलन है, तो हमें जीवन में और रिश्तों में भी असंतुलन का सामना करना पड ̧ता है। यही घर का वह स्थान है, जहां व्यक्ति सारे दिन की थकान के बाद पूर्ण रूप से विश्राम करता है। शयन कक्ष में सोते समय सिर दक्षिण की तरफ होना चाहिए। यहां हल्के रंगों का चयन करना चाहिए, जिससे वातावरण में शांति का माहौल बना रहे और यहां समय बिताकर व्यक्ति सुकून महसूस करे। इस तरह शयनकक्ष का वातावरण शांत व सकारात्मक बनाएं


यहां बेड के आस-पास का स्थान बहुत साफ-सुथरा हो और यहां म्यूजिक सिस्टम हो तो बेहतर है। शयन कक्ष के वातावरण को शांत और सकारात्मक बनाने के लिए संगीत का होना भी जरूरी है। बेडरुम में यदि अटैच बाथरूम है, तो उसका दरवाजा हमेशा बंद रखें और यहां थोड़ा नमक भी किसी बाउल में रखें। बेडरूम में पर्दों के रंग का चयन भी दीवार के रंगों से मैच करता हो पर बहुत गाढ़े रंग न हों। रोज या लैवेंडर की खुशबू शयनकक्ष में हो तो बेहतर

यहां फूलों की पेंटिंग या पोस्टर लगा सकते हैं। बेडरूम के दक्षिण-पूर्व कोने में रोज या लैवेंडर की खुशबू का इस्तेमाल करें तो बेहतर है। यह आपके बेडरूम की तरंगों को संतुलन में लाने में सहयोग करेंगे। यदि यहां किसी तरह का दर्पण लगा है तो ध्यान रखें, ये बेड के सामने न हो और यदि है तो रात में जरूर ढककर सोएं अन्यथा नींद में व्यवधान आने लग जाते हैं और कहीं न कहीं भय भी रिश्तों में आने लगता है। जो दांपत्य जीवन के लिए ठीक नहीं होता।-प्रेम पंजवानीVastu Tips: सफल करियर के लिए कंप्यूटर को रखें सही दिशा मे, पड़ता है विशेष प्रभाव

Posted By: Vandana Sharma