राजस्‍थान की सीएम वसुंधरा राजे पर कांग्रेस ने शुक्रवार को राजस्थान में खानों के आबंटन में 45 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का सनसनीखेज आरोप लगाया है। कांग्रेस ने तत्‍काल उनके इस्‍तीफे की मांग की है। इसके साथ ही इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराए जाने की मांग भी कांग्रेस ने की है। हाल ही के दिनों में ललित मोदी के बाद यह दूसरा मामला है जब वसुंधरा के इस्‍तीफे की मांग की गई है।


दिल्ली में की प्रेस कांफ्रेस कांगेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और विधायक दल के नेता रामेश्वर डुडी ने प्रेस कांफ्रेस में सीएम वसुंधरा पर आरोप लगाया कि उन्होंने मनमाने तरीके से खदानों का  आबंटन किया है। जिसके जरिए उन्होंने करोड़ों रूपए का घोटाला किया है। सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र सरकार ने 14 नवंबर को राज्यों को दिशानिर्देश जारी किया था कि खदानों की सिर्फ नीलामी की जानी चाहिए। केंद्र ने 12 जनवरी को इस बारे में गजट अधिसूचना जारी की थी। लेकिन, राजस्थान सरकार ने ठीक उसी दिन यानी 12 जनवरी को 137 खदानें आबंटित कर दीं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की नीतियों का उल्लंघन करते हुए तकरीबन 653 खदानें राज्य में आबंटित की गई है। सरकार को हुआ 45 सौ करोड़ का नुकसान
वहीं इस मामले में पायलट और डुडी ने कहा कि राजे ने राजस्थान में खानों के आबंटन में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाए बगैर और नीलामी न कर ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर 653 खानें आबंटित कर राज्य के खजाने को 45000 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार से कहा था कि जब तक इस संबंध में नीति नहीं बन जाती, आबंटन न किया जाए। इसके बावजूद ऐसा किया गया।जांच को नकार दिया पायलट ने फिलहाल राज्य भ्रष्टाचार निरोधक इकाई की ओर से की जा रही मामले की जांच को भी खारिज किया। उन्होंने सीएम के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जब तक वह पद पर रहेगी, तब तक मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। बता दें कि इस मामले में एक प्रधान सचिव की अरेस्टिंग भी हो चुकी है।

Posted By: Inextlive