- लूटा की बैठक में लिया गया निर्णय, यूनिवर्सिटी प्रशासन की कार्य प्रणाली पर फूटा गुस्सा

LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ की बैठक में एलयू वीसी के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश दिखा। शिक्षकों ने वीसी के कार्य प्रणाली की घोर निंदा की। उनका कहना है कि वीसी शिक्षकों की वाजिब मांगों को जानबूझकर नहीं मान रहे हैं, वह जानबूझकर शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं।

बहिष्कार की चेतावनी दी

बैठक में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को पुर्नरुद्धार ना करने, लॉ बिल्डिंग का दोबारा शिलान्यास करने से लेकर फर्जी मार्कशीट मामले में राजभवन के निर्देशों का पालन न करने समेत कई मांगों के पूरा न होने पर रोष जताया। इन सभी मांगों को लेकर लूटा ने वीसी को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद भी मांगें पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।

एलयू परिनियमावली के प्रावधानों का अनुपालन हो

8000 एजीपी से 9000 एजीपी में प्रोन्नति के मामले में शासनादेश एवं लखनऊ यूनिवर्सिटी परिनियमावली के प्रावधानों का अनुपालन ना करने को लेकर शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश था। मामले में लखनऊ यूनिवर्सिटी को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी यूनिवर्सिटी, महाविद्यालयों में प्रोन्नति की जा रही है। शासन द्वारा मामले में आख्या मांगे जाने पर लखनऊ यूनिवर्सिटी ने शासन को गलत एवं गुमराह करने वाली आख्या सौंपी है। लूटा ने मांग की है कि मामले में दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं फर्जी मार्कशीट और पोर्टल पर नंबर बदलने के मामले पर राजभवन के निर्देशों का पालन ना करने की कड़ी निंदा की गई। वेतन विसंगति के मामले पर शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश था। शिक्षकों का कहना था कि वीसी ने मामले में शिक्षकों को सिर्फ गुमराह किया है और धोखा दिया है। ऐसे में एक हफ्ते में अगर मामले को कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तो शिक्षक कार्य बहिष्कार को बाध्य होंगे। वहीं डॉ। अजय आर्य के साथ गार्ड द्वारा की गई अभद्रता एवं कुलानुशासन के द्वारा अभद्र भाषा के इस्तेमाल भी आपत्ति जताई गई। साथ ही डॉ। अजय से कारण बताओ नोटिस वापस लेने की मांग की गई है।

Posted By: Inextlive