थोक में सब्जियां नरम तो फुटकर में गरम
- थोक मंडी में लोकल सब्जी आने के बाद भी फुटकर में नहीं थम रहा भाव
- आलू के रेट में आ रहा उछाल, प्रशासन का नहीं हैं नियंत्रण GORAKHPUR: नवीन मंडी महेवा में लोकल माल की आवक के बाद यहां तो सब्जियों के भाव में गिरावट आई है लेकिन फुटकर में दाम कम नहीं हुए हैं। फुटकर बाजार अब भी लोगों की जेब ढीली कर रहा है। शहर के अलग-अलग फुटकर बाजार में 5 से 10 रुपए का अंतर देखा जा रहा है जबकि थोक मंडी में आलू को छोड़ दिया जाए तो हरी सब्जियों के रट में गिरावट आई है। दस दिन पहले बाहर से सब्जियां मंगाई जा रही थीं। लेकिन लोकल स्तर से मंडी में हरी सब्जी आने के बाद रेट में काफी गिरावट आई है। प्रशासन का भी जोर नहींआलू का भाव थोक मंडी में 12 से 13 रुपए प्रति किलो है। वहीं, फुटकर बाजार में 16 से 18 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। आलू व्यापारियों का कहना है कि आलू का उत्पादन काफी कम हुआ है। जिन व्यापारियों ने पहले से ही आलू स्टोर किए हैं वहीं बेच रहे हैं। साथ ही कुछ किसानों के पास आलू हैं जिसकी खपत हो रही है। कोल्ड स्टोर से आलू नहीं निकल पा रहा है जिसकी वजह से तेजी आ रही है। शुरुआती लगन में आलू के भाव में और उछाल आने की संभावना है। इधर थोक बाजार में लोकल सब्जियों की आवक अधिक होने के चलते भाव कम हुए है लेकिन फुटकर बाजार में सब्जियों का रेट सातवें आसमान पर है। हरी सब्जियां थोक में पसेरी के हिसाब से मिल रही हैं तो फुटकर बाजार में वह उतने की पाव में मिल रही हैं। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारी हैं कि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
खरीद से पहले करें मोल बाजार में सब्जी खरीदते समय हमें दुकानदारों से मोल भाव करना चाहिए। वे पैदावार और गर्मी में सब्जियों के खराब होने का हवाला देकर तीन गुने दामों में सब्जी बेच रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि सब्जी खरीदते वक्त अच्छे स मोलभाव किया जाए। कोट्स हरी सब्जियों के रेट तो काफी बढ़े हैं मगर आलू भी अपना रंग दिखा रहा है। जिसकी वजह से किचन का बजट बिगड़ गया है। जहां कई तरह की सब्जियां बनती थीं। अब एक सब्जी से ही संतोष करना पड़ रहा है। निशा सिंह, गृहणीसुनने को मिलता है कि थोक मंडी में सब्जी काफी सस्ती मिलती है लेकिन फुटकर में जब थोक बाजार के भाव का जिक्र किया जाता है तो दुकानदार तरह-तरह की बहानेबाजी करते हैं। फुटकर किलो का रेट बताने से कतराते हैं। इसलिए पाव का भाव बताते हैं।
- पूनम सिंह, शिक्षिका किसानों द्वारा आलू की पैदावार काफी कम हुई है। उनकी लागत तक नहीं निकल पा रही है। वहीं कोल्ड स्टोर से आलू नहीं निकल पा रहा है जिसकी वजह से तेजी आ रही है। साथ ही फुटकर बाजार के मुनाफाखोर सब्जियों पर महंगाई लाए हुए हैं। जबकि थोक में दामों पर भारी कमी आई है। - अवध गुप्ता, अध्यक्ष, फल-सब्जी विक्रेता एसोसिएशन लोकल स्तर से हरी सब्जियों का थोक मंडी में आवक अधिक है। इसके चलते सब्जी के रेट में गिरावट आई है। मगर फुटकर बाजार में मुनाफा कमा रहे हैं। इस पर किसी का नियंत्रण नहीं रह गया है। - अविनाश कुमार गुप्ता, व्यापारी मंडी में किसी तरह की कोई गड़बड़ नहीं है। वहीं फुटकर बाजार पर हमारा नियंत्रण नहीं है। सेवाराम वर्मा, सचिव, महेवा मंडी थोक मंडी का भाव सब्जी रेट आलू - 12-13 प्रतिकिलो प्याज - 12-14 परवल - 15-16 भिंडी - 25-30 करैला -15-18लौकी - 7-8
कद्दू - 7-8 हरी मिर्च - 15-20 टमाटर -150 रुपए कैरेट 25 किलो नेनुआ - 12-18 अदरक - 30-35 कटहल - 10-16 चुकंदर - 8-10 गाजर - 8-10 पादरी बाजार फुटकर भाव सब्जी रेट आल - 16-18 प्रतिकिलो प्याज - 20 परवल - 40 भिंडी - 60 करैला - 40 लौकी - 30 कद्दू - 20 हरी मिर्च - 40 टमाटर - 20-25 नेनुआ - 50 अदरक - 60 कटहल - 40 चुकंदर - 30 गाजर - 30 असुरन चौक पर फुटकर भाव सब्जी रेट आलू - 16-18 प्रतिकिलो प्याज - 20 परवल - 50 भिंडी - 50 करैला - 40 लौकी - 25 कद्दू - 20 हरी मिर्च - 40 टमाटर - 20-25 नेनुआ - 40 अदरक - 60 कटहल--40 चुकंदर - 30 गाजर - 30 शास्त्री चौक पर फुटकर भाव सब्जी रेट आलू - 15-17 प्रतिकिलो प्याज - 20 परवल - 50 भिंडी - 50 करैला - 40 लौकी - 20 कद्दू - 20 हरी मिर्च - 40 टमाटर - 20 नेनुआ - 40 अदरक - 60 कटहल - 40 चुकंदर - 30 गाजर - 30