- बच्चों को लेने पहुंचे पेरेंट्स अब सड़क पर नहीं पार्क कर सकेंगे वाहन

- स्कूलों को नोटिस भेजेगी ट्रैफिक पुलिस, करें व्यवस्था

- बीएचएस के बाहर खड़े पेरेंट्स के वाहनों पर कार्रवाई कर सीओ ट्रैफिक ने किया अवेयर

बच्चों को लेने पहुंचे पेरेंट्स अब सड़क पर नहीं पार्क कर सकेंगे वाहन

- स्कूलों को नोटिस भेजेगी ट्रैफिक पुलिस, करें व्यवस्था

- बीएचएस के बाहर खड़े पेरेंट्स के वाहनों पर कार्रवाई कर सीओ ट्रैफिक ने किया अवेयर

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: क्या आप अपने बच्चे को स्कूल लेने खुद जाते हैं? कार या बाइक से जाते हैं? स्कूल के बाहर रोड पर गाड़ी खड़ी करते हैं? अगर ऐसा है तो अब एलर्ट हो जाएं, क्योंकि ट्रैफिक पुलिस ऐसी गाडि़यों के खिलाफ अभियान चलाकर चालान करने में जुट गई है। इसकी शुरुआत थर्सडे को ब्वायज हाई स्कूल के सामने हो गई। पुलिस ने रोड पर पार्क वाहनों का चालान किया और ज्यादातर पैरेंट्स को वार्निग देकर छोड़ दिया।

स्कूलों को भेजी जाएगी नोटिस

सीओ ट्रैफिक अल्का धर्मराज ने बताया कि पूरे शहर में स्कूल के समय रोड जाम लग जाता है। इसका कारण बच्चों के पैरेंट्स की गाडि़यां हैं जो मनमाने तरीके से रोड पर खड़ी कर देते हैं। एक तो नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करते हैं और दूसरे पूरे रोड पर कब्जा कर लेते हैं। ऐसे में शहर के पॉश एरियाज में ही गाडि़यों से जाम लग जाता है। इसके लिए सभी स्कूलों को नोटिस भेजी जा रही है कि स्कूल मैनेजमेंट गाडि़यों को स्कूल के अंदर ही पार्क कराएं। नहीं तो कार्रवाई की जाएगी।

शुरू हो गई कार्रवाई

थर्सडे को इसकी शुरुआत ब्वायज हाई स्कूल के सामाने से हुई। दरअसल यहां पर हालत यह हो जाती है कि धोबी घाट से लेकर राणा प्रताप चौराहे तक फोर व्हीलर गाडि़यां पूरे रोड को ब्लॉक कर देती हैं। बच्चों को लेने आए पैरेंट्स रोड के दोनों साइड अपनी गाडि़यां लगा देते हैं जिससे जाम लग जाता है। ट्रैफिक पुलिस ने इस रूट पर कार्रवाई करते हुए कई गाडि़यों का चालान किया। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस से रिक्वेस्ट की तो कुछ लोगों ने अपनी पॉवर दिखाना शुरू कर दिया। एक युवती जो अपने बच्चे को लेने कार से पहुंची थी, अपने पिता का रौब झाड़ने लगी। उसने बताया कि उसके पिता इलाहाबाद हाईकोर्ट के बहुत बड़े एडवोकेट हैं। वह पुलिस को नियम काननू बताने लगी।

अपना दर्द भी बयां किया

पुलिस का उद्देश्य सिर्फ गाडि़यों का चालान करना नहीं था। बल्कि उन्हें अवेयर भी करना था। इस दौरान कई ऐसे पैरेंट्स मिले जिन्होंने अपना दर्द सुनाया। उन्होंने पुलिस को बताया कि कालेज वाले अंदर गाड़ी ले जाने की परमिशन नहीं देते हैं। ऐसे में मजबूरी होती है कि वे गाडि़यों को रोड पर ही खड़ी करें। एक पैरेंट ने पुलिस को यह भी बताया कि जब इसके लिए कालेज में कंप्लेन करते हैं तो उन्हें धमकी दी जाती है कि बच्चों को यहां पढ़ाना है तो ठीक हैं, नहीं तो जहां मन करें वहां एडमिशन करा लो।

Posted By: Inextlive