- इस्टेक सेमिनार के आखिरी दिन छात्रों को दी गई ट्रैनिंग

LUCKNOW:

केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेयी कंवेंशन सेंटर में 9वीं इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रामा एंड एक्यूट केयर की तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के अंतिम दिन शुक्रवार को दो कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। जहां एमएस सर्जरी के स्टूडेंट को चोट की वजह से खून की धमनियों के फट जाने पर उसकी पहचान करने और उनके उपचार विधि के बारे में प्रशिक्षण एवं जानकारी दी गई। साथ ही टेंडन की चोट को कैसे डायग्नोस करके उसे ठीक किया जाए इस बारे में भी प्रशिक्षण दिया गया।

वेंटिलेटर की दी जानकारी

यह भी जानकारी दी गई कि ट्रामा के गंभीर मरीज जिन्हें वेंटिलेटर की आवश्यकता हो उनकी पहचान कैसे की जाए। किस प्रकार से उनको वेंटिलेटर पर डाला जाए कि उनकी जान बच सके। साथ ही उन्हें वेंटिलेटर चलाने से संबधित सामान्य जानकारी एवं प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान ट्रामा सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। संदीप तिवारी, डॉ। अनिता, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। अविनाश अग्रवाल और एम्स दिल्ली ट्रामा सेंटर के संकाय सदस्य डॉ। नरेन्द्र चौधरी आदि मौजूद रहे।

प्राथमिक उपचार की जानकारी

कार्यशाला के दौरान ट्रॉमा मरीज के प्राथमिक उपचार, जैसे सड़क दुर्घटना में कार के अंदर फंसे मरीज को बाहर निकालने में क्या सावधानियां बरती जाए भी बताई गई। बेहोशी के हालत में मरीज के सिर से किस प्रकार से हेलमेट निकाला जाए समेत कई विभिन्न प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान नर्सिग एवं पैरामेडिकल के छात्रों के साथ रश्मि पी जॉन, अनुग्रह चरण, एम्स दिल्ली ट्रामा सेंटर के आशीष झकाल व अंकिता शर्मा आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive