आगरा। विहिप नेता अरुण माहौर हत्याकांड को लेकर राजनीतिक गलियारों में अब जुबानी जंग शुरु हो गई है। शनिवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया ने प्रेसवार्ता में बसपा प्रमुख और प्रदेश के सीएम पर तीखा हमला बोला। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने बसपा प्रमुख सुश्री मायावती को दलित वोटरों की सौदागर बताया। उन्होंने कहा कि दलितों का उत्थान नहीं हुआ है, बल्कि मायावती और उनके परिवार का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अंधा कानून है लॉ-इन ऑर्डर की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है। प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव को निर्णय लेने में नासमझ बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।

मंत्री ने दिया अपना स्पष्टीकरण

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि अरुण माहौर की हत्या के बाद हुई शोकसभा में मैंने सिर्फ इतना कहा कि हत्यारों की कोई धर्म या जाति नहीं होती। आत्मरक्षा के लिए समाज को संगठित होना चाहिए। अगर मैंने कुछ विवादित बयान दिया तो केवल एक अंग्रेजी अखबार ने ही सुना, अन्य किसी को कुछ सुनाई नहीं दिया। दिल्ली में मेरे बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।

बसपा सुप्रीमो पर किया पलटवार

वहीं बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने आपत्ति करते हुए कहा कि 'मैं सीएम होती तो जेल भिजवा देती'। इस बात पर पलटवार करते हुए कठेरिया ने कहा कि ये तो वक्त बताएगा कि कौन जेल जाएगा। राज्यमंत्री ने कहा अरुण माहौर का आंदोलन रुकने वाला नहीं है। संगठन के लोग तैयारी में जुटे हैं। हत्या के पीछे कौन है, पुलिस इसका खुलासा करे। उन्होंने कहा कि देश बहुत बड़ा है। 2017 तक इनकी राजनीति खत्म हो जाएगी। अब इनका खेल जनता समझ चुकी है। यूपी की जनता का विश्वास उठ चुका है।

मायावती आगरा आएं तो राजनीति से संन्यास लेने की सोचूंगा

केंद्रीय राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया ने कहा कि एक महीने में आगरा में 17 हत्याएं हुई हैं। अरुण माहौर की हत्या हुई। अपने आप को दलित हितैषी कहने वाली मायावती ने अरुण माहौर की हत्या को लेकर कुछ भी नहीं कहा। अगर मायावती में हिम्मत है तो वे आगरा आकर अरुण माहौर को श्रद्धांजलि दे, यदि वे ऐसा करती हैं तो मैं राजनीति से संन्यास लेने की सोच सकता हूं। बसपा अध्यक्ष मायावती ने दलित वोटों को अपने हिसाब से इस्तेमाल किया है। अंबेडकर सामाजिक चेतना के आंदोलन को खत्म करने का काम मायावती ने किया है।

प्रेसवार्ता में ये रहे मौजूद

प्रेसवार्ता में विधायक जगन प्रसाद गर्ग, कोषाध्यक्ष नवीन जैन, जिलाध्यक्ष अशोक राणा, महानगर अध्यक्ष नागेन्द्र दुबे गामा, पूर्व महानगर अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, अनिल चौधरी, शरद चौहान, रामकुमार शर्मा, भरत शर्मा, निखिल गर्ग आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive