- मंत्री ए राजा के ओएसडी बनाकर लगाया चूना

- शातिर ठग अभिषेक श्रीवास्तव बना मंत्री का ओएसडी और साजी अहमद सिद्धिकी पीआरओ

- सद्दाम अंसारी उर्फ जैन व डूप्ला सरोजा नारायण के खिलाफ भी केस दर्ज

- इंदौर के डॉक्टर ने हजरतगंज थाने में दर्ज कराया केस

LUCKNOW : हाईप्रोफाइल तरीके से ठगी करने वाले गैंग ने इस बार इंदौर के एक डॉक्टर को लाखों का चूना लगाया। सौ करोड़ के लोन दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये वसूल लिए। इस बार 4 फीसदी दर से सौ करोड़ रुपये का लोन देने का झांसा दिया और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लाखों रुपये ठग लिए। शातिरों ने इस बार मंत्री ए राजा का ओएसडी और पीआरओ बनकर चूना लगाया। इस गैंग के खिलाफ पहले भी ठगी की कई मामले प्रकाश में आ चुके है इस बार इंदौर के डॉक्टर ने हजरतगंज थाने में चारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

चार फीसदी दर से सौ करोड़ का लोन

इंदौर सिलवर स्प्रिंग फेस-2 कुडला नफता निवासी राजेश लेखी पेशे से डॉक्टर और लेखी आईटी सर्विसेज एंड कंसेल्टेसी फर्म के संचालक है। उन्होंने पुलिस को बताया कि हैदराबाद सफदगबाद निवासी डूप्ला सरोज ने उनके मोबाइल पर कॉल कर बताया कि उनकी फाइनेंस कंपनी है और वह बड़ी कंपनी को 4 फीसदी की दर से लोन देते है। इस कंपनी का डायरेक्टर मंत्री ए राजा को बताया। राजेश लेखी ने इसका भरोसा करके अपनी फर्म के लिए करीब सौ करोड़ रुपये के लोन की डिमांड की।

विजिट और रिपोर्ट के नाम पर साढ़े तीन लाख वसूले

राजेश लेखी ने बताया कि डूप्ला सरोज ने मंत्री ए राजा के ओएसडी आलमबाग जेल रोड निवासी अभिषेक श्रीवास्तव, पीआरओ नई बाजार काकोरी निवासी साजी अहमद और फिरंगी महल जौहरी मोहल्ला निवासी सद्दान अंसारी उर्फ जैन अंसारी से बात कराई। सद्दान ने उनसे कंपनी की प्रोफाइल के साथ लखनऊ आकर मिलने के लिए कहा। राजेश लेखी उससे मिलने लखनऊ पहुंचे तो साजी अहमद और जैन अंसारी ने विधान सभा के बाहर गेट नंबर 10 के पास अपनी गाड़ी में बैठाकर कंपनी का प्रोफाइल देखा और कहा कि प्रोफाइल नई दिल्ली महाराष्ट्र भवन मंत्री जी के पास भेज दिया जाएगा। लोन संस्तुति होने पर उन्हें सूचना दी जाएगी। इससे पहले टीम आप के कंपनी और घर की विजिट करेगी और रिपोर्ट लगाई जाएगी। जिसके लिए आप को साढ़े तीन लाख रुपये अभिषेक श्रीवास्तव को नगद देने होंगे।

दिल्ली भी बुलाया शातिर ठगों ने

जैन अंसारी ने 6 नवंबर 17 को राजेश लेखी महाराष्ट्र भवन (गर्वनर हाउस) नई दिल्ली बुलाया गया। वह डूप्ला सरोजा भी मौजूद थी। वह राजेश को लेकर महाराष्ट्र भवन के प्रथम तल पर पहुंचे जहां अभिषेक श्रीवास्तव, साजी अहमद व सद्दान पहले से मौजूद थे। जैन अंसारी ने उन्हें लोन होने का आश्वासन देकर वापस भेज दिया। उसने कहा कि मंत्री जी से बात हो गई है कंपनी की विजिट और केवाईसी होने के बाद सौ करोड़ का लोन हो जाएगा।

प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 25 लाख

साजी अहम सिद्धिकी ने लोन के बदले प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 25 लाख रुपये की डिमांड की। उन्होंने कैश देने से इंकार

कर दिया और 15 व 16 नवंबर को जैन अंसारी के बताये गए अकाउंट नंबर पर आरटीजीएस कर दिए। काफी समय बीतने के बाद भी लोन का पैसा नहीं मिला तो उन्होंने साजी एंड कंपनी से अपना पैसा वापस मांगना शुरु किया। इस पर साजी ने फर्जी दो चेक असद अली के नाम से दी। वह भी बाउंस हो गया। लगातार पैसा मांगने पर ठग कंपनी ने उन्हें जान से मरवाने की धमकी देना शुरु कर दिया। जिसके बाद राजेश लेखी ने इस मामले की शिकायत सीएम कार्यालय में भी की थी। उनकी शिकायत पर चारों के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई। इस मामले में अभिषेक श्रीवास्तव पहले से जेल में है।

Posted By: Inextlive