छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : अब नक्सल प्रभावित क्षेत्र, मानव तस्करी से प्रभावित एवं आदिम जनजाति समूह के बालिकाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए झारखंड सरकार पूरी तरह तैयार है। इनसे प्रभावित बालिकाओं को कई बार काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन यह समस्या अब दूर होने वाली है। क्योंकि झारखंड सरकार की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने उपायुक्त को जारी पत्र में कहा है कि जिले के सुदूरवर्ती व नक्सल प्रभावित क्षेत्र की बालिकाओं को कस्तूरबा विद्यालय में नामांकन करायें। पश्चिम सिंहभूम जिला में खास कर गुदड़ी प्रखंड की वैसे बालिकाओं को चिह्नित कर कस्तूरबा में नामांकन किया जाय और स्कूल जा कर छोड़ चुकी है या घर पर रह रही है। जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्र की बालिकाओं को भी मुख्य धारा में जोड़ने में मदद मिल सके।

एडमिशन में हो ट्रांसपरेंसी

कस्तूरबा विद्यालय के नामांकन में पूरी पारदर्शिता भी दिखे और प्राथमिकता के आधार पर अनुसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक समुदाय एवं वैसे परिवार की बालिकाओं का चयन किया जाय जो गरीबी रेखा से नीचे हैं। इसके लिए समय-समय पर विभिन्न दिशा-निर्देश झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद कार्यालय द्वारा निर्गत किया जाता है। इसमें निर्देश दिया गया है कि आगामी शैक्षणिक सत्र में प्रत्येक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में शत-प्रतिशत लिया जाय,

नामांकन में आनाकानी करने पर कार्रवाई

नामांकन के क्रम में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र की बच्च्चयों को प्राथमिकता दें। कई बार ऐसा होता है कि मानव तस्करी से प्रभावित बालिकाओं को संगठन द्वारा छुड़ा कर लाने पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नामांकन लेने में आना-कानी किया जाता है। लेकिन मुख्य सचिव के आदेश के बाद अब वैसे बालिकाओं को नई दिशा मिलेगी जो शिक्षा से काफी दूर थी।

Posted By: Inextlive