विधान परिषद चुनाव: भाजपा की बढ़ेगी ताकत फिर भी रहेगी बहुमत से दूर
बसपा की फिर घटी ताकत
फिलहाल विधान परिषद चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राज्यसभा चुनाव की तरह जोर-आजमाइश होने के आसार नजर नहीं आ रहे। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किन नेताओं को उच्च सदन में भेजने का फैसला लेती है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने बसपा में कुछ ऐसी सेंध लगाई थी कि चुनाव बाद उसके विधायकों की संख्या घटकर महज 19 रह गयी। हालिया राज्यसभा चुनाव में उसके एक विधायक अनिल सिंह ने भी पाला बदल लिया। बसपा के लिए विधान परिषद का चुनाव आसान नहीं है क्योंकि उसके पास इतने वोट भी नहीं कि वह अपने किसी एक नेता को परिषद भेज सके। यही वजह है कि अंदरखाने सपा की मदद से भीमराव अंबेडकर को उच्च सदन भेजे जाने की चर्चा है।
विधान परिषद का कार्यकाल खत्म हो रहा
हालांकि इसके लिए सपा को अपने अतिरिक्त वोट बसपा प्रत्याशी को ट्रांसफर करने होंगे। फिलहाल सपा परिषद में बहुमत में है और हालिया चुनाव के बाद भी उसकी यह ताकत बरकरार रहेगी। मालूम हो कि आगामी पांच मई को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, उमर अली खान, मधु गुप्ता, राम सकल गुर्जर, डॉ। विजय यादव का विधान परिषद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। यह भी देखना रोचक होगा कि अखिलेश अपने दो करीबी नेताओं सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल अथवा पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी में से किसे उच्च सदन में भेजने का फैसला लेते हैं।
भाजपा के हो जाएंगे 22 सदस्य
आगामी 26 अप्रैल को होने वाले विधान परिषद के चुनाव में भाजपा को 11 सीटों पर जीत मिलनी तय मानी जा रही है। ध्यान रहे कि विधान परिषद में भाजपा के 13 एमएलसी हैं जिनमें से मोहसिन रजा और डॉ। महेंद्र सिंह का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इन्हें फिर से उच्च सदन भेजने की तैयारी है। इसके अलावा नौ अन्य नेताओं को पार्टी विधान परिषद भेजने के लिए चयन करेगी। इनमें पार्टी के कुछ प्रदेश पदाधिकारियों के नाम शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं हालांकि इसका अंतिम फैसला आगामी दस अप्रैल को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के राजधानी आगमन के दौरान लिया जा सकता है। फिलहाल पार्टी में नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश करना शुरू कर दिया है।
फैक्ट फाइल
- 13 विधान परिषद की सीटों के लिए होना है चुनाव
- 26 अप्रैल को होना है चुनाव
- 11 सीटें आसानी से हासिल भाजपा
- 01 सीट से सपा को करना पड़ सकता है संतोष
- 01 सीट पर बसपा के प्रत्याशी को जिता सकती है सपा
- 13 एमएलसी हैं विधान परिषद में भाजपा के