हेडक्वार्टर के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम पर

कैंटीन को भी कर दिया गया है जांच केंद्र से अटैच

देहरादून

विजिलेंस मुख्यालय को हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया है। अब यहां विजिलेंस की गतिविधियों के बजाय कोरोना संदिग्धों का आना-जाना लगा हुआ है। दून बंजारावाला स्थित विजिलेंस हेडक्वार्टर को कोरोना जांच सेंटर के रूप में विकसित कर दिया गया है। अब यहां डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है। डॉक्टरों की सुविधा के लिए यहां की कैंटीन आदि को भी हॉस्पिटल से अटैच्ड कर दिया गया है। एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल के अनुसार विजिलेंस मुख्यालय में इन दिनों क्षेत्र के कोरोना संदिग्धों की जांच हो रही है। आईटीबीपी की टुकड़ी को भी यहां ठहराया गया है। जबकि कर्मचारी इन दिनों वर्क फ्रॉम के तहत काम निपटा रहे हैं।

खुलेगा आईटी सेक्टर

राज्य में लॉकडाउन के बीच मंडे से उद्योगों के साथ आईटी सेक्टर में भी कार्य शुरू होगा इसे शुरू करने के लिए पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा। डीएम की अनुमति के बाद ही संबंधित कंपनी कार्य शुरू कर सकेंगी। हालांकि, शुरुआती चरण में 50 फीसद तक ही स्टाफ ही अनुमन्य किया गया है।

कई जिलों में कंपनियां

प्रदेश में इस समय देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिलों के कुछ क्षेत्रों में आईटी कंपनियां काम कर रही हैं। इनमें कॉल सेंटर से लेकर आइटी हार्डवेयर का निर्माण करने वाली कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों में उत्तराखंड के साथ ही दूसरे राज्यों के कार्मिक काम कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने केंद्र की गाइडलाइन के बाद सभी प्रकार के उद्योगों को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। इसमें आइटी सेक्टर भी शामिल हैं। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि महानगर पालिका या नगर पालिका, यानी निकाय की सीमा से बाहर ग्रामीण क्षेत्रों में सभी प्रकार के उद्योग खोले जा सकेंगे। इनमें आइटी सेक्टर की वे कंपनियां भी शामिल हैं, जिन्होंने खुद को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) नीति के तहत पंजीकृत किया हुआ है। इसके अलावा शेष इकाइयों को इनवेस्ट उत्तराखंड डॉट काम पर जाकर इसके लिए आवदेन करना होगा। इसके बाद ही उन्हें अनुमति मिल पाएगी। निदेशक उद्योग सुधीर कुमार नौटियाल का कहना है कि अनुमति मिलने के बाद भी उन्हें केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन करना होगा। इसके तहत पूरे क्षेत्र को सेनिटाइज करना होगा। सभी कर्मचारियों की थर्मल स्कैनिंग व चिकित्सा बीमा कराना होगा। कोशिश यह करनी होगी कि परिसर की भीतर अथवा आसपास ही कर्मचारियों को ठहराया जाए।

कोटा से छात्रों की वापसी

राजस्थान के कोटा शहर में फंसे उत्तराखंड के स्टूडेंट्स की उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों से वापसी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश की 35 बसें इन स्टूडेंट्स को वापस लाने के लिए लगाई गई हैं। ये बसें इन स्टूडेंट्स को लेकर मथुरा तक आएंगी। यहां इनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा। यहां से इन्हें हल्द्वानी और देहरादून लाया जाएगा। इनके सहयोग के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की दो बसों में परिवहन निगम के तीन कार्मिक और एसडीआरएफ के 35 जवान भी मथुरा भेज दिए गए हैं। रविवार शाम चार बजे से ये बसें वापस आनी शुरू हो गई थीं।

Posted By: Inextlive