- विजय चौराहे पर 25 वर्षो से है जल जमाव की समस्या

- बरसात होने पर हो जाती है नारकीय स्थिति, पानी निकलने में लग जाते हैं घंटों

- नालियों की सफाई में लापरवाही बरत रहे नगर निगम के जिम्मेदार

GORAKHPUR: भीषण गर्मी से परेशान लोग बारिश की दुआ कर रहे हैं। लेकिन शहर में एक जगह ऐसी भी है जहां के लोग चाह कर भी ऐसा नहीं कर सकते। विजय चौराहे के आसपास के एरिया के लिए जरी सी बारिश भी बड़ी मुसीबत खड़ी कर देती है। ध्वस्त ड्रेनेज सिस्टम के चलते हल्की सी बारिश में भी इस इलाके को घंटों जल जमाव झेलना पड़ जाता है। किसी तरह जुगाड़-तुगाड़ से लोग अपना काम चलाते हैं। मगर जिम्मेदारों की अनदेखी और लापरवाही से उन्हें हर बारिश में परेशान होना पड़ता है, जिसकी वजह से वे बारिश न होने की दुआएं करते हैं।

लाखों के कारोबार पर वार

विजय चौराहे के आसपास बारिश के दिनों में वाटर लॉगिंग हमेशा ही हो जाती है। वहीं बैंक रोड और सुमेर सागर की तरफ भी कुछ दूरी तक पानी लग जाता है। जिससे वहां से गुजरने वाली गाडि़यां भी पानी में कई बार फंस कर बंद हो जाती हैं। यहां बरसों पुराना विजय सिनेमाहॉल है, जहां बारिश के बाद पानी अंदर तक पहुंच जाता है और घटों यूं ही जल जमाव की कंडीशन बनी रहती है। इसकी वजह से चाहकर भी कोई वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है। वहीं सुमेर सागर में स्पेयर पा‌र्ट्स की कई दुकाने हैं, जहां बारिश के बाद कारोबार ना के बराबर हो जाता है। बारिश के बाद कस्टमर्स यहां जाने से भी कतराते हैं।

गंदी नालियां हैं वजह

दूसरे इलाकों की तरह ही यहां भी पानी निकालने के लिए प्रॉपर ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं है। जल निकासी के लिए बने नाले में हमेशा ही गंदगी भरी रहती है। जिसकी वजह से बारिश के दौरान यहां का पानी भी ओवरफ्लो होकर सड़क पर पहुंच जाता है। बरसात का पानी पहले से ही सड़कों पर जमा रहता है, जिससे वाटर लॉगिंग की परेशानी हो जाती है। आसपास के लोगों की मानें तो यहां पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त ना होने से ऐसी दिक्कत आती है। सिर्फ सड़कें साफ कर दी जाती हैं, लेकिन नालियों की प्रॉपर सफाई नहीं होती है, जिसकी वजह से यहां हमेशा ही वाटर लॉगिंग की समस्या बनी रहती है।

यह हो तो मिले राहत

- हर रोज नाले की सफाई की जाए और नालियों में से कूड़ा निकाला जाए।

- बड़े नाले से टाइम टू टाइम सिल्ट निकाला जाए, जिससे नाला ओवरफ्लो ना करे।

- नालियों की प्रॉपर व्यवस्था की जाए, जिससे बारिश के बाद पानी आसानी से निकल सके।

- सड़कों से एनक्रोचमेंट को भी हटाया जाए, जिससे कि वहां प्रॉपर सफाई हो सके।

कॉलिंग

नाले की सफाई नहीं होती है, जिसकी वजह से पानी ओवरफ्लो होकर बाहर आ जाता है। इससे यहां के लोगों को वाटर लॉगिंग की समस्या से जूझना पड़ता है।

- महेश त्रिपाठी, प्रोफेशनल

शहर का रिनाउंड इलाका होने के बाद भी यहां की सफाई व्यवस्था ध्वस्त रहती है। जब शिकायत की जाती है, तो सिर्फ सड़क के बाहर थोड़ी सफाई हो जाती है मगर नालों का सिल्ट नहीं निकाला जाता।

- बॉबी पांडेय, मैनेजर, विजय टॉकीज

वर्षो से यहां वाटर लॉगिंग हो रही है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। सड़कों और नालियों पर दुकानदारों ने कब्जा जमा रखा है, जिसकी वजह से सफाईकर्मी नाली की सफाई ही नहीं करते हैं।

- मोहम्मद नदीम, एडवोकेट

हर साल विजय चौक के वही हालात हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों की आंखें नहीं खुल पा रही हैं। बारिश शुरू होने से पहले वह नालों की सफाई कराने के साथ ही वाटर लॉगिंग से बचने के उपाय खोज लें, वरना फिर मुसीबत उठानी पड़ेगी।

- शहाब अहमद, प्रोफेशनल

वर्जन

नालों की सफाई कराई जाती है लेकिन पटरियों पर एनक्रोचमेंट के चलते इस कार्य में दिक्कत होती है। व्यवस्था दुरुस्त कराना हमारी प्राथमिकता है।

पीएन गुप्ता, मुख्य सफाई निरीक्षक

Posted By: Inextlive