दिल्‍ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर मंगलवार को इतिहास रच गया। कर्नाटक की तरफ से खेल रहे सलामी बल्‍लेबाज मयंक अग्रवाल ने ऐसी पारी खेली कि कोहली-सचिन सब पीछे छूट गए। इतने अच्‍छे प्रदर्शन के बावजूद मयंक को श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया।


सलामी बल्लेबाज की ताबड़तोड़ पारीदिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर कर्नाटक और सौराष्ट्र के बीच विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने ताबड़तोड़ पारी खेली। मयंक ने फाइनल मुकाबले में 79 गेंदों में 90 रनों की पारी खेलकर श्रीलंका और बांग्लादेश में होने वाली ट्राई सीरीज़ के लिए न चुने जाने का गुस्सा सौराष्ट्र के गेंदबाज़ों पर उतारा। इस पारी के दौरान उन्होंने 11 चौके और तीन छक्के भी लगाए।मयंक ने ठोके तीन शतक और पांच अर्धशतक


मौजूदा विजय हजारे ट्राफी में मयंक अग्रवाल 3 शतक और पांच अर्धशतक ठोक चुके हैं। इसी के साथ कर्नाटक के इस बल्लेबाज़ ने एक ऐसा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया जो सचिन और कोहली जैसे दिग्गज भी अपने नाम नहीं कर पाए थे। मयंक अग्रवाल भारत के घरेलू क्रिकेट में एक सीज़न में 2000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं।ऐसा रहा है मयंक का आइपीएल रिकॉर्ड

आइपीएल में मयंक दिल्ली डेयरडेविल्स, राइजिंग पुणे जायंट्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू की ओर से खेल चुके हैं। आइपीएल में 53 मेंचों की 48 पारियों में 123.94 के स्ट्राइक रेट और 17.78 के औसत से 818 रन बनाए हैं जिसमें केवल तीन अर्धशतक शामिल हैं। इस रिकॉर्ड के अलावा साल 2010 में वे अंडर 19 विश्व टीम के सदस्य थे जिसमें उन्होंने भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari