भारत में शानशाही से जिंदगी जीने के लिए चर्चित विजय माल्‍या के लिए आने वाले दिन थोड़े मुश्किल भरे हो सकते हैं. दरअसल माल्‍या को बैंकों के कर्जे ना चुकाने के कारण यूनाइटेड स्पिरिट्स की चैयरमैनशिप छोड़नी पड़ सकती है.


कलकत्ता कोर्ट के ऊपर दारोमदारविजय माल्या जल्द ही शराब बनाने वाली कंपनी यूनाइडेट स्पिरिट्स में चेयरमैन का पद खो सकते हैं. दरअसल विजय माल्या के ऊपर बैंकों का हजारों करोड़ रुपये का कर्जा है और वह इसे चुका नही रहे हैं. इसके चलते बैंकों ने माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. जिसके खिलाफ माल्या कलकत्ता हाईकोर्ट में गए हैं. गौरतलब है कि अगर कोर्ट ने माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया तो उनकी चेयरमैनशिप की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है. किंगफिशर एयरलाइंस ने डुबोया माल्या को
बिजनेसमैन विजय माल्या को सबसे ज्यादा नुकसान उनकी एयरलाइंस किंगफिशर से हुआ है. किंगफिशर एयरलाइंस के बंद होने से विजय माल्या के ऊपर बैंकों का करोड़ो रुपया उधार चढ़ गया. इसके बाद माल्या ने युनाइटेड स्पिरिट्स में अपनी हिस्सेदारी एक ब्रिटिश कंपनी डिएगो को बैच दी. वर्तमान में इस कंपनी के केवल 5.2 परसेंट शेयर माल्या के पास हैं. गौरतलब है कि उन्हें इस पद पर बने रहने के लिए कम से कम एक परसेंट शेयर अपने पास रखने होंगे. लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति कानूनी रूप से डिफॉल्टर घोषित हो जाता है तो उसे डायरेक्टर लेवल का पद छोड़ना होता है. यूबीआई ने घोषित किया डिफॉल्टर


कलकत्ता स्थित बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. इसके खिलाफ माल्या कोर्ट में गए हैं. इसलिए कलकत्ता अदालत का फैसला माल्या के लिए काफी मायने रखता है. गौरतलब है कि तीन अन्य बैंक भी इस तरह का कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra