भारत में प्रोफेशनल मुक्केबाजी को प्रमोट करने के लिए स्थापित की गई इंडियन बॉक्सिंग कौंसिल आइबीसी ने नामवर मुक्केबाज विजेंद्र सिंह को अपना पहला प्रोफेशनल लाइसेंस प्रदान कर दिया है।


विजेंद्र सिंह को लाइसेंस दिए जाने की घोषणा आइबीसी के प्रधान बिग्रेडियर पीके मुरलीधरन राजा ने 'दैनिक जागरण' संग एक मुलाकात के दौरान की। राजा पटियाला में प्रोफेशनल मुक्केबाजी को प्रमोट करने के लिए विशेष तौर से पहुंचे हुए हैं। राजा भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंटग फेडरेशन के महासचिव भी रह चुके हैं। प्रधान राजा ने बताया कि नामवर मुक्केबाज विजेंद्र सिंह को आइबीसी के पहले प्रोफेशनल मुक्केबाज का लाइसेंस दिल्ली में प्रदान कर दिया गया है। व‌र्ल्ड बॉक्सिंग एसोसिएशन (डब्ल्यूबीए) ने आइबीसी को मान्यता प्रदान कर दी है। इतना ही नहीं यूके की प्रोफेशनल क्वींसबैरी संस्था ने भी आइबीसी संग मिल कर भारत में प्रोफेशनल मुक्केबाजी को प्रमोट करने में अपनी सहमति प्रदान कर दी है।


इस साल आइबीसी की ओर से पुरुषों की मुक्केबाजी को और अगले साल जून में महिलाओं की मुक्केबाजी को प्रमोट किया जाएगा। इस साल पुरुषों में 10 वर्गो को शामिल किया जा रहा है, जबकि अगले साल इसकी संख्या बढ़ा कर 17 कर दी जाएगी। इसी तरह महिलाओं की मुक्केबाजी में अगले साल पहली बार आठ वर्ग शामिल किए जाएंगे, जिन्हें दिसंबर 2017 तक बढ़ा कर 13 कर दिया जाएगा।

प्रधान राजा ने कहा कि भारत में भी प्रोफेशनल मुक्केबाजी के प्रति जबरदस्त क्रेज है। देश में मौजूदा समय में एक हजार से अधिक भावी युवा और स्थापित मुक्केबाज हैं, लेकिन इनके आगे बढ़ने के लिए रास्ता नहीं है। इतना ही नहीं इन मुक्केबाजों को ट्रेंड करने वाले ट्रेनर और कोच की काबलियत का भी सही ढंग से लाभ नहीं उठाया जा रहा है। आइबीसी की ओर से इन सभी को प्रमोट करने की पहल की जाएगी। आने वाले सालों में एशियन और विश्व मुक्केबाजी की प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा। इस मौैके पर उनके साथ पंजाब बॉक्सिंग एसोसिएशन के महासचिव जय पाल सिंह, संतोष दत्ता, पंकज शर्मा व डॉ. संयोगिता सूदन खास तौर से मौजूद थे।गोल्डन ग्लव्स विजेताओं को मिलेगा प्रोफेशनल मुक्केबाज लाइसेंस

राजा ने बताया कि आइबीसी गोल्डन ग्लव्स विजेताओं को प्रोफेशनल मुक्केबाज का लाइसेंस प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त आइबीसी शुरुआत से ही मुक्केबाजी को प्रमोट करने में लगे कोच, ट्रेनर व खिलाड़ियों को विशेष धनराशि से नवाजेगी। पहले चरण में सिल्वर ग्लव्स के तहत एग्जीबिशन बाउटस करवाई जाएंगी। इसके विजेता को 10 हजार रुपये की धनराशि मिलेगी। इसके बाद सिटी टाइटल विजेता को 50 हजार, स्टेट विजेता को एक लाख और जोनल टाइटल विजेता को दो लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। 23 से 40 आयु वर्ग के मुक्केबाजों में से गोल्डन ग्लव्स विजेता को प्रोफेशनल मुक्केबाज का लाइसेंस प्रदान किया जाएगा। गोल्डन ग्लव्स मुकाबले में कुल नौ मुकाबले होंगे। इनमें टॉप पांच मुक्केबाजों का चयन किया जाएगा। मुख्य मुकाबलों में भारतीय मुककेबाजों के साथ विदेशी मुक्केबाज भी भिड़ेंगे। आइबीसी सीरीज में नॉन टाइटल के लिए विदेशी मुक्केबाज हिस्सा लेंगे। विजेता को दो लाख की राशि मिलेगी। इलेमिनेशन राउंड में विजेता को तीन लाख और राष्ट्रीय टाइटल के विजेता को छह लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।News courtesy by Jagran.com

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Posted By: Molly Seth