Meerut : रूठे ख्वाबों को मना लेंगे कटी पतंगों को थामेंगे. हो हो है जज्बा हो हो है जज्बा. सुलझालेंगे उलझे रिश्तों का मांझा. सोई तकदीरे जगा देंगे कल को अंबर भी झुका देंगे. हो हो है जज्बा हो हो है जज्बा. सुलझा लेंगे उलझे रिश्तों का मांझा. पिछले दिनों आई फिल्म काई पो चे का ये सांग हॉकी खिलाड़ी विकास पर सटीक बैठता है. मेरठ के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विकास शर्मा के लिए उम्मीद की किरण फिर जाग गई है. उम्मीद ने विकास के सपनों को पंख लगा दिए हैं. खिलाड़ी के लिए अब सिर्फ प्रदर्शन बाकि है जिससे वह एक बार फिर भारतीय हॉकी टीम में जगह बना सके.


एचआईएल में हुआ चयन भारतीय हॉकी टीम से बाहर चल रहे विकास शर्मा का चयन जनवरी में होने वाली हॉकी इंडिया की हॉकी इंडिया लीग में हो गया है। लीग के लिए विकास भुवनेश्वर कलिंगा लेंसर्स टीम में चुने गए हैं। खास बात ये है कि विकास को 15 हजार डॉलर में खरीदा है।लग गया था बैन


आर्थिक स्थिति से जूझ रहे और भारतीय हॉकी टीम से भी बाहर हो गए  विकास के पास भारतीय हॉकी संघ की वल्र्ड हॉकी सीरीज में खेलने के सिवा कोई चारा नहीं था। विकास को अच्छी रकम भी मिली, लेकिन हॉकी इंडिया ने विकास को बैन कर दिया। ऐसे में उसका वापस भारतीय टीम में चुने जाने का सपना टूट गया। लेकिन विकास को एक बार फिर हॉकी इंडिया ने मौका दिया और हॉकी इंडिया लीग के लिए बोली के लिए प्लेयर्स की सूची में शामिल किया। विकास के लिए ये बेहद खास मौका है। अब खिलाड़ी के लिए दोबारा भारतीय टीम में चुने जाने का सपना भी पूरा हो गया है।स्पांसर्स की है जरूरतविकास शर्मा को एक स्पांसर की जरूरत है। जिनके बं्राड के स्टीगर को वह एचआईएल के दौरान अपनी हॉकी स्टिक पर लगाकर खेलेगें।

'इस बार मैं कोई मौका नहीं छोडूंगा। भारतीय टीम में दोबारा वापसी करके दिखानी है। पहले मुझे एचआईएल में दमदार प्रदर्शन करके दिखाना है।- विकास शर्मा, हॉकी

Posted By: Inextlive