चौबेपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के घर में रहने वाले दयाशंकर अग्निहोत्री ने बताई वारदात से पहले की पूरी कहानी कहा पुलिस की दबिश से पहले ही थाने से आ गया था फोन जिसके बाद विकास ने हथियाबंद साथियों को बुलाकर तैयार किया चक्रव्यूह कल्याणपुर पुलिस ने संडे सुबह जवाहरपुरम के पास मुठभेड़ के बाद दयाशंकर को किया गिरफ्तार पैर में गोली लगने के बाद भेजा गया हैलट।

KANPUR: कुख्यात विकास दुबे को पुलिस ऑपरेशन की पूरी जानकारी घटना से चार घंटे पहले ही हो गई थी। थाने से आए फोन से जानकारी मिलने पर उसके सिर पर खून सवार हो गया। उसने फोन कटते ही कहा आने दो, इस बार सबको कफन में भिजवाउंगा। इसके साथ वह पुलिस से टकराव के लिए साथियों को बुलाने के साथ ही चक्रव्यूह तैयार करने लगा। यह खुलासा विकास दुबे के बिकरू स्थित घर में रहने वाले दयाशंकर अग्निहोत्री ने किया। संडे की सुबह कल्याणपुर पुलिस ने जवाहरपुरम के पास मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार करने का दावा किया।

25 हजार का इनाम

चौबेपुर में पुलिस हत्याकांड में शामिल एक आरोपी को पुलिस ने कल्याणपुर में हाफ एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार कर लिया। दयाशंकर अग्निहोत्री नाम का यह शख्स विकास दुबे के घर में ही रहता था। बिकरू गांव में हुई पुलिसकर्मियों की हत्या में दर्ज एफआईआर में दयाशंकर भी आरोपी है। सैटरडे को की सभी आरोपियों के साथ उस पर भी 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। कल्याणपुर पुलिस ने जवाहरपुरम के पास तड़के हाफ एनकाउंटर में गिरफ्तार करने का दावा किया। उसके पास से 315 बोर का तमंचा और कारतूस बरामद किए गए। पैर में गोली लगने के बाद पुलिस उसे हैलट इमरजेंसी ले कर पहुंची। जहां बातचीत में दयाशंकर ने कत्ल की रात की कहानी भी बताई।

हत्याकांड में ही पहला मुकदमा

पुलिस की ओर से मिली सूचना के मुताबिक दयाशंकर अग्निहोत्री पर पहला मुकदमा पुलिस हत्याकांड का ही दर्ज है। इसके अलावा कल्याणपुर पुलिस के हाफ एनकाउंटर के दौरान दो और मुकदमे उसके खिलाफ दर्ज किए गए हैं। दयाशंकर विकास दुबे के घर में ही रह कर काम करता था। विकास ने उसके नाम से रायफल का एक लाइंसेस भी कराया था। बातचीत में दयाशंकर ने माना कि उसके लाइसेंसी हथियार का वारदात में यूज किया गया। साथ ही यह भी बोला कि घर में कोई दूसरा हथियार नहीं था।

थाने से आया फोन

बातचीत के दौरान दयाशंकर ने बताया कि वह घर के अंदर ही था। वारदात में 20-25 असलहे यूज किए गए। विकास को थाने से फोन आ गया था। इसलिए उसने सबको बुला लिया था। दयाशंकर के मुताबिक विकास उसकी लाइसेंसी राइफल भी ले गया था। घंटे भर तक गोलियां चलीं।

Posted By: Inextlive