न्‍यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर लू विंसेंट ने सनसनी खुलासा करते हुए कहा कि एक भारतीय सटोरिए ने 2008 में इंडियन क्रिकेट लीग आईसीएल के दौरान उससे संपर्क कर जाल में फंसाया था. आजीवन प्रतिबंध झेल रहे विंसेंट ने कहा कि उस सटोरिए ने उसे डॉलर्स और कॉल गर्ल भी मुहैया कराने का लालच दिया गया.


टीम के हीरो भी थे शामिलन्यूजीलैंड में दिये गए एक इंटरव्यू में विंसेंट ने बताया कि वे यह जानकर हैरान रह गये थे कि उनका हीरो फिक्सिंग में शामिल है. वे उनकी पेशकश को इनकार नहीं कर सके. जिस खिलाड़ी से उन्हें सहारा दिया, प्रेरणा मिली और जिसकी मौजूदगी से ही मेरा आत्मविश्वास बढ़ जाता, उसे मैं ना नहीं कह सका. विंसेंट ने कहा कि मैंने आईसीएल को न्यूजीलैंड से दूर रहने के मौके के रूप में देखा था. वहां कमाई अच्छी थी. न्यूजीलैंड में हमारे पूरे करियर में हमें सटोरियों के संपर्क करने के बारे में पूरी जानकारी दी जाती थी. मैं आईसीएल में सहज महसूस करने की कोशिश कर रहा था.कमरे में होती थी सेटिंग
विंसेंट ने बताया कि उनके पास फोन आता था और दूसरी तरफ एक भारतीय था जो चाहता था कि मैं उसके खेल उपकरण इस्तेमाल करूं. जब मैं कमरे में गया तो वहो एक युवक और युवती बैठे थे. मुझे लगा वह उसकी पत्नी है लेकिन वह हनी ट्रैप थी. विंसेंट ने कहा जब मैं बाथरूम जाने लगा तो उसने दरवाजे पर पैर अड़ा दिया और कहा कि यह लड़की हमारी कंपनी की ओर से तुम्हारे लिए गिफ्ट है. मुझे कुछ अजीब लगा और मैंने इनकार कर दिया. उसके आद उसने काफी पैसे निकाले पर मैंने इनकार कर दिया. इसके बाद मैं अपने एजेंट से मिलने गया जो आईसीएल के सिलसिले में न्यूजीलैंड से आया था. इमेज हो गई खराबमैं अपने हीरो के साथ यह अनुभव साझा करना चाहता था, लिहाजा मैंने उनका दरवाजा खटखटाया. मैंने उनसे कहा कि यह सब हुआ है. मुझसे हाल ही में संपर्क किया गया और मैंने उनसे कहा कि मैं अपने एजेंट को यह बता चुका हूं. फिर सन्नाटा छा गया. मेरे हीरो ने लंबी सांस ली और कहा कि यह तुम्हारे लिए अच्छा कवर होगा क्योंकि तुम मेरे लिए काम कर रहे हो और दसके बाद मेरी जिंदगी बदल गई. कानूनी कारणों से मैं अपने हीरो का नाम नहीं ले सकता. वह अब मेरा दोस्त या हीरो नहीं है लेकिन मैंने उसे माफ कर दिया है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh