सचिन-गावस्कर से भी बेहतर है टेस्ट क्रिकेट में इनका औसत, वनडे में जन्मदिन पर मारी थी सेंचुरी
ये दिन था 18 जनवरी 1993 का 18 जनवरी 1993 को विनोद कांबली का 21वां जन्मदिन था। इस दिन वह क्रिकेट के मैदान में उतरे इंग्लैंड के खिलाफ। इंग्लैंड के खिलाफ यहां खेलकर कांबली ने सेंचुरी मारकर बड़ी उपलब्धि हासिल की। अपने जन्मदिन पर इतना बड़ा अचीवमेंट करने वाले ये ऐसे पहले क्रिकेटर बन गए। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए इन्होंने 100 रनों की पारी खेली। हालांकि इसके बाद भी इंग्लैंड के सामने भारत को ये मैच गंवाना पड़ा था।
सचिन तेंदुलकर और कांबली ने स्कूल मैच के दौरान एक साथ शुरुआत की। ये वो वक्त था जब दोनों ने 664 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। अब अगर इंडियन टीम में शुरुआत की बात करें तो सचिन के कॅरियर शुरू करने के 3 साल बाद कांबली ने अपना कॅरियर शुरू किया था। सिर्फ यही नहीं कॅरियर शुरू करते ही इन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से बहुत कम समय में सभी का दिल जीत लिया।
अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में कांबली ने डबल सेंचुरी मारी। उसके बाद अगले ही मैच में इन्होंने फिर से दोहरा शतक जड़ा। हालांकि किन्हीं कारणों से इनका कॅरियर क्रिकेट के मैदान पर ज्यादा नहीं चला। कांबली ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 1995 में वनडे 2000 में खेला। बॉलीवुड में प्रवेशक्रिकेट से बाहर होते ही कांबली ने बॉलीवुड का रास्ता चुना। साल 2002 में वह सुनील शेट्टी स्टारर फिल्म 'अनर्थ' में नजर आए। यह फिल्म कुछ खास नहीं चली लेकिन विनोद को हीरो बनने का जुनून सवार था। 2009 में वह अजय जडेजा के साथ 'पल-पल दिल के साथ' फिल्म में दिखाई दिए, लेकिन बॉलीवुड में भी उनका करियर शुरू होते ही खत्म हो गया। उन्हें बतौर अभिनेता कुछ खास पहचान नहीं मिली।