बुलंदशहर : गोहत्या को लेकर में भीड़ ने इंस्पेक्टर समेत दो को मार डाला, तनाव बरकरार
कानपुर। यूपी के बुलंदशहर में हालात काफी गंभीर हैं। यहां गोहत्या के मामले में सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। इस हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की मौत हो गई। गोहत्या का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में हमला कर दिया। वाहनों में आग लगा दी। बवाल के दौरान पुलिस पर फायरिंग की गई और पथराव भी किया गया। बताया जा रहा है कि स्याना थाने क्षेत्र के चिंगरावटी गांव के खेत में गोवंश मिलने के विरोध में लोगों ने जाम लगाया था। पुलिस को हालात पर नियंत्रण करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी। बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। हिंसा में छात्र सुमित भी घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।अचानक भीड़ हो गई बेकाबू
बुलंदशहर के डीएम अनुज झा के अनुसार, सुबह 11 बजे एक घटना की सूचना मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। कुछ लोगों ने गोवंश के अवशेष कब्जे में लेकर रोड जाम कर दी। पुलिस ने लोगों को कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। इसके बाद ग्रामीण मान गए और जाम हटा दिया। लेकिन बाद में अचानक फिर भीड़ एकत्रित हो गई और उसने हंगामा काटना शुरू कर दिया।प्रदेश सरकार को घेरा
मामले में विपक्ष ने प्रदेश सरकार को निशाना बनाया है। विपक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में भीड़तंत्र का हावी होना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है। समाजवादी पार्टी ने कहा कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि बीजेपी सरकारों में भीड़तंत्र लोकतंत्र पर हावी हो रहा है। उधर मामले में कांग्रेस ने कहा कि यह सरकार जैसे जैसे चुनाव नजदीक आता है सांप्रदायिक तनाव को फैलाने का काम कर रही है।
घटना का शिकार हुआ सुमित बीए का छात्र था। उसके बहनोई दिनेश का कहना है कि वह अपने साथी को बाइक पर छोडऩे जा रहा था। इसी दौरान वह हिंसा में गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। उसका विवाद से कोई मतलब नहीं है। एसआईटी का गठनपूरे मामले व दर्ज होने वाले मुकदमों की जांच के लिए आईजी रेंज मेरठ रामकुमार की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है।
एजेंसी इनपुट सहित