- वीआईपी क्षेत्रों में दी जा रही 18 से 20 घंटे बिजली आपूर्ति

- आम शहरी झेल रहे 6 से 8 घंटे की बिजली कटौती

Meerut । एक ओर जहां शहर में बिजली की अंधाधुंध कटौती की जा रही है। वहीं शहर के चुनिंदा वीआईपी इलाकों को भरपूर बिजली आपूर्ति मुहैया कराई जा रही है। एक ही शहर में कंज्यूमर्स के साथ हो रहे इस भेदभाव वाले बरताव से आम पब्लिक में भारी रोष है।

यह है स्थिति

- वीआईपी सरकारी क्षेत्र

कमिश्नरी, डीएम आवास, एडीएम कंपाउंड व हाइडिल कॉलोनी

- गैर सरकारी वीआईपी क्षेत्र

सर्वोदय कॉलोनी, नंगला बट्टू, साकेत, पांडव नगर, प्रगति नगर, सूर्य नगर, यादगारपुर, शर्मा नगर व बलवंत नगर आदि।

फिगर स्पीक

-कुल डिवीजन - 4

-कुल सब डिवीजन - 8

-कुल बिजली घर - 28

-कुल कंज्यूमर्स - 2.7 लाख

-कुल डिमांड - 800 मेगावाट

-कुल सप्लाई - 400 मेगावाट

क्या कहते हैं लोग

पीवीवीएनएल को सबसे बड़ा राजस्व पब्लिक से आता है। बावजूद इसके शहरवासियों को सॉफ्ट टारगेट माना जाता है। बिजली कटौती से बुरा हाल है।

धर्मेन्द्र, स्टूडेंट गंगानगर

पावर सप्लाई को लेकर पीवीवीएनएल की दोहरी नीति समझ से परे है। वीआईपी इलाकों में न तो मेंटीनेंस कार्य किए जाते हैं और न कटौती की जाती है।

रीना पटेल, सुभाषनगर

सप्लाई का मामला हो या फिर बिल वसूलने की बात। आम लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। सरकारी कॉलोनियों पर विभाग का करोड़ों बकाया है। बावजूद इसके आम क्षेत्रों में कटौती की जाती है।

दीपा शर्मा, अजंता कॉलोनी

पावर सप्लाई को लेकर आम पब्लिक के साथ हमेशा से दोहरा बरताव होता रहा है। शहरवासियों के हिस्से में केवल कटौती ही आती है, जबकि वीआईपी क्षेत्रों में सप्लाई बेहतर है।

-मुख्तियार सिंह, जैदी फॉर्म

डेडीकेटेड फीडर होने की वजह से कुछ कॉलोनियों को इसका लाभ मिलता है। यहां कटौती अपेक्षाकृत कुछ होती है। शहर के अन्य बिजली घरों को भी इसी स्तर का बनाया जा रहा है।

-आरके राणा, एसई अर्बन

Posted By: Inextlive