भारत के दाएं हाथ के बल्लेबाल विराट कोहली अपना 100वां टेस्ट खेलने जा रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में जब टीम इंडिया मैदान में उतरेगी तो विराट एक मील का पत्थर हासिल करने जाएंगे। हालांकि कोहली को कभी उम्मीद नहीं थी कि वह भारत के लिए 100 टेस्ट खेल पाएंगे।

मोहाली (एएनआई)। भारत के बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह 100 टेस्ट खेल पाएंगे। जैसे ही भारत दो मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट में श्रीलंका से भिड़ेगा, बल्लेबाज विराट कोहली सबसे लंबे फाॅर्मेट में 100 मैच खेलने का मील का पत्थर हासिल करेंगे। अपनी इस टेस्ट यात्रा को कोहली ने काफी खास बताया है। कोहली ने बीसीसीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "मैंने ईमानदारी से कभी नहीं सोचा था कि मैं 100 टेस्ट खेलूंगा, यह एक लंबी यात्रा रही है। इन 100 टेस्ट के दौरान बहुत सारे क्रिकेट खेले, बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और मैं बस आभारी हूं कि मैं इन्हें खेलने में सक्षम हूं। यह सब भगवान का शुक्रिया है, मैंने अपनी फिटनेस पर वास्तव में कड़ी मेहनत की है। यह मेरे, मेरे परिवार और मेरे कोच के लिए एक बड़ा क्षण है। यह एक बहुत ही खास क्षण है।"

हमेशा लंबी पारी खेलने का किया प्रयास
विराट ने आगे कहा, "मैं यह सोचकर कभी बड़ा नहीं हुआ कि मुझे छोटे रन बनाने हैं, विचार बड़े रन बनाने का था। मैंने जूनियर क्रिकेट में बहुत सारे दोहरे शतक बनाए। मेरा विचार लंबी बल्लेबाजी करने का था और मुझे ऐसा करने में मजा आया। इन चीजों में बहुत समय लगा। टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रहने की जरूरत है, मेरे लिए यह असली क्रिकेट है।" इस साल की शुरुआत में, कोहली ने टेस्ट कप्तानी के रूप में पद छोड़ दिया था।

बतौर टेस्ट कप्तान रचा इतिहास
33 वर्षीय विराट ने अपनी कप्तानी में तेज गेंदबाजों को नया आयाम दिया। जो किसी भी हालत में 20 विकेट लेने में मदद कर सकता है। कोहली के पास भारत के टेस्ट कप्तान (68) के रूप में सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड है और उनके पास एक भारतीय कप्तान (40) द्वारा सर्वाधिक टेस्ट जीत का रिकॉर्ड भी है। टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के तौर पर कोहली से ज्यादा मैच सिर्फ ग्रीम स्मिथ, रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ ने जीते हैं।

कप्तानी में बल्लेबाजी में भी दिखाया दम
कोहली ने पहली बार 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में टीम का नेतृत्व किया था। कप्तान के रूप में उनका आखिरी मैच दक्षिण अफ्रीका में केपटाउन टेस्ट था, जिसमें भारत सात विकेट से हार गया था। एमएस धोनी की जगह भरना आसान नहीं था, लेकिन कोहली ने जल्द ही टेस्ट क्रिकेट में अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया। बतौर कप्तान टेस्ट में कोहली ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सात दोहरे शतक दर्ज किए। कोहली के नाम भारत के कप्तान के रूप में सर्वाधिक टेस्ट शतक (20) बनाने का रिकॉर्ड भी है। कोहली के नेतृत्व में भारत को अक्टूबर 2016 से मार्च 2020 की शुरुआत तक लगातार 42 महीने तक आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक टेस्ट टीम का दर्जा मिला।

दो साल से शतक का इंतजार
विराट ने आखिरी बार 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक बनाया था और तब से पूरा देश इस बल्लेबाज का 71 वां शतक दर्ज करने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। अब जब विराट अपना 100वां टेस्ट खेलने जा रहे हैं तो फैंस उम्मीद करेंगे कि इस टेस्ट में वह शतक लगाएं और दो सालों का सूखा खत्म हो।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari