अगर सहवाग कोच बनते तो इन 5 की लिस्ट में अपना नाम शायद ही आने देते
1. ग्रेग चैपल :
भारतीय क्रिकेट में सबसे विवादित मुद्दा गांगुली और चैपल का मनमुटाव था। दोनों ही अपने समय के बेहतर खिलाड़ी रहे, लेकिन जब ड्रेसिंग रूम शेयर करने की बात आई, तो गांगुली-चैपल के बीच कभी पटरी नहीं खाई। साल 2005 की बात है, भारतीय टीम जिंबाब्वे दौरे पर गई थी। पहला टेस्ट खेला जाना था, कि उससे ठीक एक दिन पहले कप्तान सौरव गांगुली ने कोच ग्रेग चैपल से पूछा कि, युवराज और कैफ में किसको टीम में खिलाया जाए। चैपल ने कहा कि दोनो खेलेंगे और तुम बाहर रहोगे। चैपल की यह बात सुन गांगुली काफी हैरान रह गए थे। उन्होंने सीरीज छोड़ने का मन बना लिया था। तभी चैपल ने बीसीसीआई को एक लेटर भेजा कि, गांगुली कप्तानी के लिए न ही शारीरिक और न मानसिक रूप से फिट है। यह लेटर मीडिया में लीक होते ही काफी बवाल हुआ।
3. बिशन सिंह बेदी :
भूतपूर्व खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी 1990 से लेकर 1991 तक भारतीय टीम के कोच रहे। कोच बनने के तुरंत बाद भारतीय टीम त्रिकोणीय सीरीज खेलने न्यूजीलैंड गई। तीसरी टीम ऑस्ट्रेलिया थी। एक मैच में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के 187 रन के लक्ष्य का पीछा भी नहीं कर पाई, जिसके बाद उस समय भारत के कोच रहे बिशन सिंह बेदी ने कहा था कि “पूरी टीम व कप्तान को प्रशांत महासागर में डुबो देना चाहिए” इसके बाद बेदी को कोच पद से हटा दिया गया।
5. कपिल देव :
भारतीय क्रिकेट के दो लीजेंड्री सचिन तेंदुलकर और कपिल देव के बीच भी मनमुटाव हो चुका है। सचिन ने अपनी किताब 'प्लेइंग इट मॉय वे' में कपिल के साथ अपनी नाराजगी का जिक्र किया है। कपिल देव साल 1999 में भारतीय टीम के कोच बने थे। उस वक्त कपिल देव अपने खिलाड़ियों को कुछ अलग तरह से प्रैक्टिस कराया करते थे। यह बात सचिन को पसंद नहीं आई। तब सचिन टीम के कप्तान हुआ करते थे, उन्होंने कपिल की कोचिंग मैथेड पर सवाल खड़े किए थे। हालांकि यह विवाद साल 2000 में खत्म हो गया, जब कपिल ने कोच और सचिन ने कप्तानी से त्यागपत्र दे दिया।