विश्व मानव सेवा समर्पण संस्थान ने आयोजित किया युवा महोत्सव

ALLAHABAD: युवा चाहेंगे तो राष्ट्र जल्द ही महाशक्ति बन जाएगा। भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए युवा स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपनाना होगा। जाति, धर्म, रंग, लिंगभेद से उठकर ज्ञानार्जन से राष्ट्रहित का जज्बा पैदा करना होगा। यह बात योगगुरु स्वामी आनंद गिरि ने कही। वह रविवार को विश्व मानव सेवा समर्पण संस्थान द्वारा आयोजित युवा महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मुख्य वक्ता रविराज सिंह ने विवेकानंद के साहित्य पर चर्चा की। कहा कि वेदांत एवं विवेकानंद साहित्य को भारतीयता का मार्ग दिखाते हैं।

साकार करें क्रांतिकारियों के सपने

युवा नेता हर्षवर्धन बाजपेई ने युवाओं के राजनीति में सक्रिय भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। रामनरेश तिवारी पिंडीवासा ने आयोजन की सार्थकता पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता कर रहे फूलचंद्र दुबे ने कहा कि भारत में स्वामी विवेकानंद के प्रति सहज आकर्षण होना चाहिए। तभी हम अपने देश को आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों के सपने को साकार कर पाएंगे। कार्यक्रम में शिक्षा, संगीत, राजनीति, खेल, मनोरंजन एवं समाजसेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवा सम्मानित हुए। संचालन महासचिव सुनील पांडेय ने किया। कार्यक्रम में एडवोकेट शशिशेखर मिश्र, हरिओम द्विवेदी, भोला तिवारी, राजदीप पांडेय, मनीष कुमार आदि उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive