विशाखापत्तनम के एलजी केमिकल फैक्ट्री से हुए गैस के रिसाव से अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंच गए हैं। आखिर ये कंपनी किसकी है और क्या है इसका इतिहास। आइए जानते हैं।

चेन्नई (रायटर्स)। विशाखापत्तनम शहर से 14 किमी दूर स्थित एलजी केमिकल लिमिटेड साउथ कोरिया की टॉप पेट्रोकेमिकल निर्माता कंपनी है। पहले इसका मालिक हिंदुस्तान पॉलिमर था मगर कोरियरन कंपनी ने साल 1997 में इसे खरीद लिया था। फिर इसका नाम बदलकर एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एलजीपीआई) कर दिया गया। हालांकि पिछले दो दशक से भारत में पॉलीस्टाइन प्रोडक्ट का निर्माण कर रही इस कंपनी पर कभी दाग नहीं लगा। मगर लॉकडाउन के बीच जब इसका संचालन अभी शुरु भी नहीं हुआ कि यह सैकड़ों लोगों की जान का खतरा बन चुकी है।

क्या बनाती है ये कंपनी

कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, एलजी पॉलिमर पॉलिस्टीरिन प्रोडक्ट का निर्माण करती है। जो इलेक्ट्रिक फैन ब्लेड्स में काम आता है। साथ ही किचन से जुड़े कई वस्तुओं में इसका यूज होता है, जैसे कप, कटलरी आदि। इसके अलावा कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के कंटेनर बनाने में भी पॉलिस्टीरिन का उपयोग होता है।

जानलेवा है इसकी जहरीली गैस

कच्चा माल स्टाइरीन काफी ज्वलनशील होता है और जलने पर यह जहरीली गैस उत्पन्न करता है। एलजी केम ने एक बयान में कहा कि जब गैस उत्सर्जित होती है तो इसके रिसाव से मतली हो सकती है और चक्कर आ सकते हैं। साथ ही सांस भी फूल सकती है। अगर गैस के संपर्क में आए व्यक्ति का जल्द से जल्द इलाज नहीं किया गया, तो यह जानलेवा साबित होता है।

जनरल मोटर्स और वोक्सवैगन हैं इसके कस्टमर

एलजी केमकिल की साउथ कोरिया में भी दो ब्रांच हैं। इनमें हर साल 2.5 मिलियन टन की एथिलीन का उत्पादन होता है। यह इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी भी बनाती है। जनरल मोटर्स और वोक्सवैगन इसके बड़े कस्टमर हैंं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari