क्यूआर कोड से होगी सर्विस वोटरों के मतों की गिनती

लोकसभा चुनाव में पहली बार होने जा रही है यह व्यवस्था

 

VARANASI : आगामी लोकसभा चुनाव में सर्विस वोटर अब क्यूआर कोड वाले फार्म से अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके बाद सर्विस वोटरों के मतों की गिनती क्विक रेस्पॉन्स क्यूआर कोड के जरिए होगी। चुनाव में यह व्यवस्था पहली बार होने जा रही है। इस संबंध में चुनाव आयोग सेनिर्देश मिलने के बाद वाराणसी में तैयारी शुरू हो गई है।

 

चुनावी आदेश मिलते ही तैयारी शुरू

चुनावों में मॉक पोल के बाद वे कर्मचारी मतदान करते हैं, जिनकी ड्यूटी चुनाव में लगी होती है। कर्मचारियों से पोस्टल बैलट से मतदान करवाया जाता है। अब सर्विस वोटरों को ईमेल के जरिए क्यूआर कोड वाले फार्म भेजे जाएंगे। इसके बाद मतों की गिनती क्यूआर कोड से होगी। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय में इस पर होमवर्क भी शुरू हो गया है।

 

चुनाव में पारदर्शिता लाने की कवायद

विदेश में काम कर रहे भारतीय सेवा के सरकारी कर्मचारी अब तक ऑनलाइन मतदान करते थे। उन्हें सर्विस वोटर के तौर पर जाना जाता है। वोट डालने के इच्छुक भारतीय चुनाव से पहले ऑनलाइन आवेदन करते हैं। पिछले चुनावों तक आवेदन करने वाले सर्विस वोटर ऑनलाइन वोटिंग भी करते थे। इसके बाद इनकी गिनती की जाती थी। इसमें पारदर्शिता लाने के लिए इस बार लोकसभा चुनाव में सर्विस वोटरों के लिए क्यूआर कोड वाले फॉर्म की व्यवस्था की जा रही है।

 

बूथ पर लगेंगे स्कैनर

वोटर क्यूआर कोड वाले फॉर्म से वोटिंग करेंगे। उनके फॉर्म में लगे क्यूआर कोड में उनका पूरा ब्योरा होगा। मतों की गिनती के दौरान ईवीएम के साथ हर विधानसभा के बूथ पर लगे क्यूआर कोड स्कैनर भी लगाए जाएंगे। इससे सर्विस वोटर के मतदान फॉर्म स्कैन कर मतों की गिनती कर ली जाएगी।


22 फरवरी को होगा अंतिम प्रकाशन

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी दयाशंकर उपाध्याय कहते हैं कि 22 फरवरी को सर्विस वोटरों की सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इस बार करीब 170 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। सेना के जवानों को ई-पोस्टल के जरिए मतपत्र भेजा जाएगा। मतगणना के दिन सुबह 6 बजे तक जितना भी मतपत्र आएगा, उसी की गिनती होगी।

Posted By: Inextlive