गर्मी से ज्यादा सर्दी में निकले वोटर
अब तक सर्दी के मौसम में हुए हैं दस लोकसभा चुनाव तो गर्मी में पांच और एक चुनाव बारिश के मौसम में
dhruva.shankar@inext.co.in PRAYAGRAJ: सर्दी के मौसम में होने वाले लोकसभा चुनाव में गर्मी की अपेक्षा ज्यादा वोटर बाहर निकलकर मतदान करने जाते थे. देश की आजादी के बाद से अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं. सर्दी के मौसम में इलाहाबाद में दस बार वोटिंग हुई है और गर्मी में पांच बार लोकसभा चुनाव हुआ. एक चुनाव बारिश के मौसम में हो चुका है. बारिश में हुआ था 1999 का चुनाववर्ष 1998 में अटल बिहारी बाजपेई की अगुवाई में बनी सरकार बहुमत में एक वोट से गिर गई थी. इसके बाद वर्ष 1999 में लोकसभा चुनाव कराया गया था. यह इकलौता चुनाव था जो सितम्बर में हुआ था. इस चुनाव में इलाहाबाद की दोनों सीटों पर 18 सितम्बर को मतदान हुआ था. इलाहाबाद संसदीय सीट के लिए 45.98 और फूलपुर संसदीय सीट पर 56.38 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
सर्दी में हुए लोकसभा चुनाव का आंकड़ा एक-वर्ष 1951 : 27 मार्च को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 35.66 और फूलपुर सीट पर 40.21 प्रतिशतदो- वर्ष 1957 : 25 फरवरी को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 51.50 और फूलपुर सीट पर 38.62 प्रतिशत
तीन- वर्ष 1962 : 19 फरवरी को वोटिंग. इलाहाबाद में 54.97 तो फूलपुर सीट पर 49.31 प्रतिशत चार- वर्ष 1967 : 15 फरवरी को वोटिंग. इलाहाबाद में 51.84 तो फूलपुर सीट पर 49.18 प्रतिशत पांच- वर्ष 1971: तीन जनवरी को वोटिंग. इलाहाबाद में 46.54 तो फूलपुर सीट पर 47.76 प्रतिशत छह- वर्ष 1977: 16 मार्च को वोटिंग. इलाहाबाद में 54.15 और फूलपुर सीट पर 53.42 प्रतिशत सात- वर्ष 1980 : छह जनवरी को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 48.06 और फूलपुर सीट पर 53.52 प्रतिशत आठ-वर्ष 1984 : 27 दिसम्बर को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 57.17 और फूलपुर सीट पर 61.03 प्रतिशत नौ-वर्ष 1989 : 24 नवम्बर को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 44.65 और फूलपुर सीट पर 54.39 प्रतिशत दस-वर्ष 1998 : 16 फरवरी को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 48.01 और फूलपुर सीट पर 57.61 प्रतिशत गर्मी में हुए चुनाव का आंकड़ा एक-वर्ष 1991: बीस मई को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 40.58 और फूलपुर सीट पर 47.80 प्रतिशत दो- वर्ष 1996: सात मई को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 37.10 और फूलपुर सीट पर 47.80 प्रतिशत तीन-वर्ष 2004: पांच मई को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 42.14 और फूलपुर सीट पर 47.90 प्रतिशतचार- वर्ष 2009 : 23 अप्रैल को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 43.41 और फूलपुर सीट पर 38.69 प्रतिशत
पांच- वर्ष 2014 : सात मई को वोटिंग. इलाहाबाद सीट पर 53.50 तो फूलपुर सीट पर 50.20 प्रतिशत मतदान. सुप्रीम कोर्ट के सुझाव पर युवाओं ने रखी बात गर्मी के मौसम में वैसे ही मतदान का प्रतिशत बढ़ाना बड़ी चुनौती होती है. सुप्रीमकोर्ट के सुझाव से बहुत पहले ही निर्वाचन आयोग को इस पर मंथन करना चाहिए था. जयवर्धन त्रिपाठी इतनी लम्बी चुनाव की प्रक्रिया नहीं किया जाना चाहिए था. सात की बजाए पांच चरण में ही सारी सीटों पर मतदान कराया जाता तो सुझाव की नौबत ही नहीं आती. टिंकू दादा सही मायने में तो अधिक मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग को कोई कड़ा नियम बनाना चाहिए था. गर्मी हो या सर्दी का मौसम शत प्रतिशत मतदान कभी नहीं हो पाया है. राजेश मिश्रा सुप्रीमकोर्ट का सुझाव अच्छा है लेकिन चुनाव का आधा चरण बीत जाने के बाद इस पर मंथन करने का कोई औचित्य नहीं समझ में आता है. इस पर चुनाव की डेट घोषित करने से पहले सोचना चाहिए था. गौरव गुप्ताभीषण गर्मी और लू को देखते हुए वोटिंग का समय बदलने की मांग सारे राजनैतिक दलों को समय से लेना चाहिए था. ऐसा किया जाता तो कोर्ट को सुझाव नहीं देना पड़ता.
अनुज अग्रवाल