-मेडिकल वेस्ट के वजन के हिसाब से किया जाता है एजेंसी को भुगतान

-10 फीसदी का भुगतान कर 80 फीसदी वेस्ट डंप कर रहे निजी हॉस्पिटल्स

BAREILLY:

शहर में खुले में फेंके जा रहे बायो मेडिकल वेस्ट के पीछे निजी हॉस्पिटल्स की एक और करतूत उजागर हुई है। नियमों के तहत तय एजेंसी से डिस्पोज कराने की बजाय कई हॉस्पिटल्स पैसे बचाने को खुले में खतरनाक बायो मेडिकल वेस्ट डंप कर रहे हैं। नियमों के मुताबिक हॉस्पिटल से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट को उसके वजन के हिसाब से एजेंसी को भुगतान करना होता है। हॉस्पिटल इसी भुगतान के बोझ से बचने को बायो मेडिकल वेस्ट के वजन में हेराफेरी कर रहे हैं। गंभीर बात यह है कि इस पूरे गोरखधंधे में स्वास्थ्य विभाग से लेकर नगर निगम और पॉल्यूशन कंट्रोल बार्ड भी आंखें मूंदे हुए है।

जांच में हुआ खुलासा

शहर में खुले में डंप किए जा रहे बायो मेडिकल वेस्ट पर आई नेक्स्ट की लगातार कवरेज पर नगर निगम ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक कुमार और पर्यावरण अभियंता उत्तम कुमार वर्मा ने शहर के निजी हॉस्पिटल में औचक इंस्पेक्शन की कवायद शुरू कर दी है। खुले में बायो मेडिकल वेस्ट फेंक रहे आधा दर्जन हॉस्पिटल्स की जांच में यह बात निकलकर सामने आई। सैटरडे को नगर स्वास्थ्य अधिकारी व पर्यावरण के मिशन हॉस्पिटल में किए औचक इंस्पेक्शन में भी इस बात की पुष्टि हुई।

लाखों का है खेल

शहर के ज्यादातर निजी हॉस्पिटल्स का अपना बायो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल कराने को परसाखेड़ा स्थित एजेंसी इनविराड मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड से करार है। बावजूद इनमेंसे कई निजी हॉस्पिटल्स एजेंसी को रोजाना बायो मेडिकल वेस्ट का 10 से 20 फीसदी ही डिस्पोजल के लिए दे रहे। जबकि 80 फीसदी बायो मेडिकल वेस्ट खुले में डंप किया जा रहा। इस वेस्ट में से भी हॉस्पिटल्स ने कमाई का जरिया निकाल लिया है। एक ओर जहां एजेंसी को कम वजन का बायो मेडिकल वेस्ट देकर हॉस्पिटल हर साल मोटी रकम बचा रहे। वहीं खुले में डंप किया मेडिकल वेस्ट भी कबाड़ के तौर पर बेचा जा रहा। इस वेस्ट में भी हॉस्पिटल का स्टाफ आईवी बोटल्स, सीरिंज व अन्य रिसाइकिल किया जा सकने वाला वेस्ट बेच रहे।

Posted By: Inextlive