AGRA: थाना सिकंदरा के अरतौनी में गमी के माहौल में आए दो बच्चों की दीवार में दबने से मौत हो गई। बच्चे उस दौरान एक झोपड़ी में खेल रहे थे अचानक झोपड़ी की दीवार गिर गई। लोग जब तक कुछ कर पाते तब तक बच्चों की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी। परिजनों ने बच्चों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। पुलिस पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को बोल रही थी।

गांव में हुई थी गमी

पैंतीखेड़ा खंदौली निवासी 10 वर्षीय विवेक पुत्र राम बाबू व सेही मथुरा निवासी सात वर्षीय कृष पुत्र दानू सिकंदरा के गांव अरतौनी में उठावनी में आए थे। अरतौनी निवासी 90 वर्षीय भगवान सिंह की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। मृतक कृष के नाना थे। विवेक भी मृतक के बेटे के साले का बेटा है। दोनों अपने परिवार के साथ गमी में शामिल होने आए थे।

दोपहर में खेल रहे थे बच्चे

दोपहर में सभी लोग गमी वाले घर में थे। दोनों बच्चे बाहर ही एक खाली झोपड़ी में खेल रहे थे। झोपड़ी की दीवार कच्ची थी। खेलते-खेलते अचानक झोपड़ी की दीवार भरभराकर नीचे गिर गई। दोनों बच्चे दीवार में दब गए। दीवार गिरने के साथ ही बहुत तेज आवाज हुई थी। परिजनों ने दौड़ लगा दी।

बच्चों को मलवे से बाहर निकाल अस्पताल ले गए

बच्चों को मलवे में दबा देख चीख पुकार मच गई। परिजन व ग्रामीणों ने मिलकर किसी तरह मलवे में दबे बच्चों को बाहर निकाला। परिवारीजनों ने बच्चों को लेकर अस्पताल दौड़ लगा दी लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। बच्चों की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी।

परिवारीजनों ने नहीं कराया बच्चों का पोस्टमार्टम

परिजनों के सामने बच्चों ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को लेकर पोस्टमार्टम भेजने की बात की तो परिजनों ने मना कर दिया। उनका कहना था कि वह अपने बच्चों की चीरफाड़ नहीं चाहते। परिजन बच्चों के शव को अपने साथ ले गए। परिजनों के मुताबिक विवेक कक्षा पांच का छात्र था। वह इकलौता बेटा था उसकी एक छोटी बहन है। जबकि कृष कक्षा दो का छात्र था। दो भाई में छोटा था। उसकी एक छोटी बहन है। बच्चों की मौत के बाद परिवार में सन्नाटा पसरा है।

Posted By: Inextlive