तालिबान ने शनिवार को एक घोषणा में कहा कि वे अमेरिका सहित दुनिया भर से आर्थिक तथा कारोबारी संबंध चाहते हैं। यह घोषणा तालीबान नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने की है।


काबुल (एएनआई)। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने तालिबान के सह संस्थापक व उप प्रमुख मुल्ला बरादर के एक ट्वीट के हवाले से रिपोर्ट में कहा है कि इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान दुनिया के सभी राष्ट्रों के साथ राजनयिक तथा कारोबारी रिश्ते बनाना चाहता है। खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ ही भी वह ऐसे रिश्ते चाहता है।दुनिया के देशों से कारोबारी रिश्ते खत्म करने की बात गलततालिबान के अमेरिका से राजनयिक तथा कारोबारी रिश्तों नहीं बनाने की मीडिया रिपोर्टों का खंडन करते हुए बरादर ने कहा कि तालिबान ने दुनिया के किसी भी देश से कारोबारी संबंध खत्म करने की बात नहीं की। इस प्रकार की खबरें अफवाह तथा प्रोपोगेंडा हैं। इनमें कोई सचाई नहीं है। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने मुल्ला बरादर के हवाले से रिपोर्ट की है।अफगानिस्तान में सरकार बनाने को लेकर काबुल में चर्चा


तालिबान नेता बरादर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मौजूद है। वे देश में सरकार बनाने के लिए राजनीतिक नेताओं तथा तालिबान के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर रहा है। पजहाॅक अफगान न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, हिज्ब ए इस्लामी अफगानिस्तान (एचआईए) नेता गुलबदीन हिकमतयार ने कहा था कि तालिबान नेताओं के काबुल पहुंचने के बाद अफगान नेताओं से सरकार बनाने को लेकर चर्चा होगी।

आतंकियों के साथ तालिबान के रिश्तों का लंबा इतिहासमीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, 20 वर्षों बाद अफगानिस्तान की सत्ता में वापसी के बाद तालिबान दुनिया को यह भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों से अलग है। तालिबान यह भरोसा इसलिए दे रहा है ताकि उसे दुनिया के राष्ट्रों से मान्यता मिल सके। तालिबान तथा आतंकियों के साथ का लंबा इतिहास है। उनके आतंकवादियों के साथ पारिवारिक रिश्ते हैं। यही वजह है कि तालिबान दोहा में किए अपने वादे पर कैसे कायम रहेगा कि वह अपनी धरती पर किसी आतंकी संगठन को काम नहीं करने देगा।

Posted By: Satyendra Kumar Singh