RANCHI : गुमलो पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने 25 लाख के ईनामी माओवादी आशीष को मार गिराया है। रविवार की दोपहर पालकोट थाना के नक्सल प्रभावित अखराकोना जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच एक घंटे तक मुठभेड़ के दौरान दोनों से कई राउंड फायरिंग हुई। पुलिस का दावा है कि ऑपरेशन के दौरान कई और नक्सलियों को गोली लगी है, लेकिन उनकी बॉडी बरामद नहीं की जा सकी। पूरे इलाके में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। आईजी (ऑपरेशन) एमएस भाटिया व गुमला के एसपी चंदन कुमार झा ने आशीष के मुठभेड़ में मारे जाने की पुष्टि कर दी है।

दस्ते की हो रही थी बैठक

आशीष के अपने हथियारबंद दस्ते के सदस्यों के साथ अखरोना जंगल में कैंप करने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों ने रविवार की सुबह ही पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली। दोपहर तीन बजे के करीब माओवादियों ने पुलिस पर गोली चलानी कर दी। ऐसे में पुलिस ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग बंद होने के बाद जब पुलिस ने घटनास्थल की तलाशी ली, तब वहां एक नक्सली मृत पाया गया, जिसकी पहचान ईनामी नक्सली आशीष के रूप में की गई।

जवानों को बधाई

डीजीपी डीके पांडेय ने शीर्ष माओवादी आशीष के मारे जाने पर अभियान में शामिल अधिकारियों व जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के साथ यह लड़ाई एक निर्णायक मोड़ साबित होगी। जो नक्सली मुख्य धारा में नहीं लौटेंगे, उनका सफाया कर दिया जाएगा।

25 से ज्यादा वारदातों में था वांटेड

आशीष भाकपा-माओवादी संगठन का सीनियर कमांडर व स्पेशल एरिया कमेटी (सैक) का सदस्य था। उसकी पहचान विस्फोटक एक्सपर्ट के रूप में थी। वह झारखंड-बिहार में काफी लंबे समय से नक्सली गतिविधियों को चला रहा था। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 25 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। सरकार ने आशीष पर 25 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। उसके मारे जाने से नक्सलियों को भारी क्षति हुई है।

अमेरिकन राइफल व इंसास बरामद

मुठभेड़ के बाद चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को एक अमेरिकन राइफल व इंसास राइफल के अलावा कई और हथियार व गोलियां मिली हैं। पुलिस ने सभी हथियारों को कब्जे में कर लिया है। इधर, रांची से चॉपर के जरिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स भेजी गई है, ताकि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन को और तेज किया जा सके।

73 नक्सलियों पर 8.7 करोड़ का ईनाम

राज्य सरकार ने 73 कुख्यात व वांटेड नक्सलियों पर 8.7 करोड़ रूपए के ईनाम की घोषणा कर रखी है। इसमें भाकपा माओवादी, पीएलएफआई व अन्य नक्सली संगठनों के केंद्रीय कमेटी के सचिव और विशेष क्षेत्र समिति के सदस्य और क्षेत्रीय ब्यूरों के सदस्यों पर 25 लाख का ईनाम है।

पालकोट में ही मारा गया था 10 लाख का ईनामी संजय यादव

इस साल 22 फरवरी को पालकोट थाना एरिया के कांडेकेरा जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में दस लाख का ईनामी नक्सली संजय यादव उर्फ नेता जी मारा गया था। वह भाकपा माओवादी दस्ते का सबजोनल कमांडर था। मौके पर से पुलिस ने 2 लाख नकद, एक कारबाईन, एक पिस्तौल, 64 गोली, 9 मोबाइल, 4 खोखा, वर्दी और नक्सली साहित्य बरामद किया था।

Posted By: Inextlive