RANCHI : 18 वारदातों में वांटेड भाकपा माओवादियों के सब जोनल कमांडर भरत सिंह उर्फ भानू सिंह खरवार ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में सरेंडर कर दिया। इस मौके पर डीजीपी डीके पांडेय समेत कई आला पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। उसपर सरकार ने पांच लाख का ईनाम घोषित कर रखा था.उसके सरेंडर करने से माओवादियों को तगड़ा झटका लगा है, साथ ही नक्सलियों से जुड़े कई अहम खुलासे भी हो सकते हैं।

तीन राज्यों में था आतंक

नक्सली भरत सिंह मूल रुप से गढ़वा जिले के चिनिया थाना स्थित पाल्हे गांव का रहने वाला है। भाकपा माओवादी नक्सल संगठन से जुड़ने के बाद वह कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने में शामिल रहा था। झारखंड के अलावा बिहार और ओडि़शा में भी उसके दस्ते का आतंक था। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। पुलिस को भी उसकी लंबे समय से तलाश दी।

पांच लाख का था ईनाम घोषित

भरत लाल सिंह उर्फ भानू सिंह उर्फ भानू सिंह खरवार आठ सालों से भाकपा माओवादी में सक्रिय था। नक्सली बनने के बाद कई बड़ी वारदातों को उसने अंजाम दिया था। राज्य सरकार ने भी उसपर पांच लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। उसके सरेंडर करने के उपरांत ईनाम की राशि उसके परिजनों को दी जाएगी।

भटक गए थे, परिवार ने वापस लौटाया

पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के समक्ष सरेंडर करने के बाद नक्सली भानू ने कहा कि वह भटककर नक्सली संगठन में चला गया था। अब मुख्यधारा में लौट आए हैं। पत्नी और बच्चों ने ही नक्सली संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया। अब बच्चों को अच्छी परवरिश व तालीम दूंगा, ताकि वे जिंदगी में बेहतर कर सकें।

Posted By: Inextlive