वॉर्ड संख्या - 62, सिकलापुर

पार्षद - ऊषा सैनी, ग्रेजुएट

जनसंख्या - 13 हजार

वोटर्स - 11 हजार

मोहल्ले - आंशिक कालीबाड़ी, बाग बृगटान, सिकलापुर, आंशिक आजमनगर

BAREILLY:

चुनाव जीतने के बाद पार्षद ऊषा सैनी कभी भी जनता का हाल जानने वार्ड में नहीं पहुंची, जो शिकायत लेकर इनके पास पहुंचता है, उसे भी ठीक तरह से रिस्पॉन्स नहीं मिलता। चुनाव बेशक पार्षद ने जीता लेकिन उनकी जिम्मेदारी वार्ड नहीं घर की चहारदीवारी तक सिमटी है। वहीं पति विनोद सैनी ही पार्षद बन कर राजनीति चमका रहे हैं। यह कहना है वार्ड 62, सिकलापुर के निवासियों का। लोगों के मुताबिक 5 साल गुजर गए पर विकास के नाम पर एक ईट तक पार्षद ने नहीं लगवाई। पत्नी के कंधे का सहारा लेकर पति ही मौज कर रहे हैं। 5 साल पहले जो हालात थे, वही बरकरार हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने वार्ड स्कैन मुहिम में इस वार्ड की हकीकत जानी।

हक आैर हकीकत

चोक नाला और सीवर

इलाके में नाला चोक पड़ा हुआ है, जिसके चलते निवासियों का जीना मुहाल हो गया है। पार्षद से इसे साफ कराने की मांग की गई तो उन्होंने पल्ला झाड़कर नगर निगम के अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ दिया। कहा कि नगर निगम में प्रस्ताव रखे गए, अब उन्हें कराने न कराने की जिम्मेदारी अधिकारियों की है। ऐसे में अब निवासियों को पछतावा हो रहा है। उन्होंने इस चुनाव में दोबारा पुरानी गलती नहीं करने की बात कही है।

अतिक्रमण से पटी सड़क

इलाके में अतिक्रमण से सड़कें पटी हुई हैं। नगर निगम के ठीक पीछे चौड़ी सड़कों पर दुकानदारों ने इस कदर अतिक्रमण कर रखा है कि वह संकरी हो चलीं हैं। आए दिन लगने वाले इस लंबे जाम की वजह बनने वाले इस अतिक्रमण को हटाने के लिए कभी पार्षद ने प्रयास भी नहीं किया। वहीं, नगर निगम के अधिक ारियों ने भी इसे हटाने की फिलहाल कोई कार्ययोजना तैयार नहीं की है।

तबेलों वाला वार्ड

इलाके में तबेलों ने लोगों का परेशान किया है। अनुमान के मुताबिक चार मोहल्लों में करीब 30 से ज्यादा तबेले हैं, जिन्हें हटाने का प्रयास पार्षद की ओर से नहीं किया गया। तबेलों की वजह से मोहल्लों में गंदगी व बदबू से जनजीवन त्रस्त है। लोगों ने साफ कहा कि पार्षद से सुविधा की उम्मीद करना बेकार है। ऐसे में तबेलों को हटाने के लिए निवासियों ने नगर निगम पहुंचकर गुहार लगाई पर कोई एक्शन नहीं हुआ।

डलावघर बना कुआं

इलाके में एक कुआं है, जो साफ कर दिया जाए, तो इससे वर्षा जल संचयन होगा, लेकिन लोगों की सिविक सेंस की कमी ने इस कुंए के अस्तित्व को ही खत्म करना शुरू कर दिया है। वार्ड के निवासी इसी कुआं में कूड़ा-कचरा फेंककर इसे पाटने में लगे हुए हैं। इसे साफ कराकर जाल से ढंकने की मांग लोगों ने पार्षद से की, लेकिन इस कुआं को न तो साफ किया गया औ न ही लोगों ने इसमें कूड़ा फेंकना बंद किया।

कचरे से सड़क बदहाल

वार्ड की सड़कें कूड़ा और कचरे के लिए डलावघर बनती जा रही हैं। जिसकी मुख्य वजह है सफाईकर्मियों की कमी। पिछले दिनों नगर आयुक्त ने वार्ड का निरीक्षण कर साफ-सफाई के निर्देश दिए। आदेश मिलते ही सफाईकर्मियों ने दिखावे के लिए सफाई तो कर दी, लेकिन तीसरे दिन से समस्या जस की तस बरकरार रही। वार्ड के निवासी भी कूड़े से बदहाल सड़क पर चलने को मजबूर हैं।

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पब्लिक डिमांड

- इलाके में प्रॉपर सफाई हो

- बिजली के तारों का लटकना बंद हो

- गरीबों को सरकारी सुविधा का लाभ

- सार्वजनिक शौचालय बनाया जाए

- सप्लाई से शुद्ध पानी पीने को मिले

- चोक सीवर लाइन सही की जाए

- सड़कों से अतिक्रमण खत्म हो

वार्ड बोलता है

पार्षद ने जीतने के बाद से अब तक कोई भी काम नहीं कराया है। नालियां बजबजा रही हैं, बदबू से जनता का जीना मुहाल हो गया है। पर पार्षद को इससे कोई सरोकार नहीं है। 5 वर्षो में एक बार भी दर्शन नहीं हुए हैं।

दीपक कुमार, बिजनेसमैन

वार्ड के नाले और नालियां तबेलों की गंदगी से चोक पड़े हुए हैं। सफाईकर्मी सुनते ही नहीं हैं। कई बार पार्षद से इन्हें साफ कराने को कहा गया पर उन्होंने भी कोई एक्शन नहीं लिया। बारिश में हालत और खराब हो जाती है।

राजू सिंह, बिजनेसमैन

वार्ड में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, जिसकी जानकारी पार्षद को तभी होगी जब वह वार्ड में आकर जनता के सुख दुख में शामिल होंगी। त्योहारों या कोई आयोजन कराने में बुलाने पर भी पार्षद दिखाई नहीं देती हैं।

गौरव यादव, स्टूडेंट

सप्लाई का पानी गंदा है, हैंडपंप भी रिबोर न होने से खराब पड़े हुए हैं। नगर निगम और पार्षद सभी से सप्लाई में शुद्ध पानी या हैंडपंप ठीक कराने की मांग की गई, पर अभी तक दोनों में से एक काम भी नहीं हुआ है।

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जवाब दाे पार्षद जी

रिपोर्टर - 5 वर्षो में आप पर कोई काम न करने का आरोप है?

पार्षद - सर्वाधिक काम हमारे ही कार्यकाल में हुआ है। चार सड़कें बनवाई हैं। करीब दो करोड़ की लागत से काम हुआ है, पर अगर जनता सहमत नहीं है तो कोई क्या कर सकता है।

रिपोर्टर - आपकी जगह आपके पति पार्षद बने हुए हैं?

पार्षद - नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है। वह हमारी मदद करते हैं। मेरा हर जगह आना जाना संभव नहीं हो पाता है तो ऐसे में ज्यादातर जगह वही चले जाते हैं। पिछले 5 सालों में जो काम हुए हैं उनमें पति ने साथ दिया है।

रिपोर्टर - तबेलों ने जीना मुहाल कर रखा है?

पार्षद - सही बात है, अवैध डेयरियों से निकला गोबर नालियों और नालों को चोक करने के साथ ही इलाके में बदबू फैला रहे हैं। इन्हें शिफ्ट करने की योजना नगर निगम ने बनाई है पर वह कब शुरू होगा यह अधिकारी जानें।

रिपोर्टर - सफाई कर्मचारी वार्ड से गायब रहते हैं?

पार्षद - नहीं ऐसा नहीं है सफाई कर्मचारी मेहनत से काम कर रहे हैं। नालों की सफाई हर माह हो रही है। सफाईकर्मी कूड़ा उठाते हैं और कूड़ा गाडि़यां उन्हें कहीं और डंप करती हैं। जनता जनार्दन है कोई भी आरोप लगा सकती है।

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Posted By: Inextlive