-कलेक्ट्रेट के अंदर डीएम ऑफिस के पास कूड़ेदान में लगाई आग

-दैनिक जागरण आइनेक्स्ट के रियलिटी चेक में खुली निगम के दावों की पोल

बरेली। एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए नगर निगम ने कूड़ा जलाने वालों पर जुर्माना लगाने फरमान जारी किया है। फ्राइडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने इसका रीयलटी चेक किया तो नगर निगम के दावों की पोल खुल गई। कलेक्ट्रेट समेत कई जगह नगर निगम के कूड़ेदान में ही कूड़ा जलता मिला। इतना ही नहीं पॉश एरिया में भी सड़कों के किनारे जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे दिखाई दिए।

कलेक्ट्रेट

सबसे पहले टीम कलेक्ट्रेट पहुंची। कलेक्ट्रेट के अंदर डीएम ऑफिस से कुछ दूर रखे कूड़ादान में ही कूड़ा जल रहा था, लेकिन किसी जिम्मेदार ने इसकी सुध नहीं ली।

ऑफीसर्स कॉलोनी

इसके बाद टीम सिविल लाइंस स्थित ऑफीसर्स कॉलोनी पहुंची तो वहां भी नगर निगम के कूड़ेदान में कूड़ा जलता मिला। आसपास लोगों से पूछा तो सभी ने कूड़ा जलाने वाले की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

आईवीआरआई रोड

आईवीआरआई रोड पर भी सड़क किनारे ही कूड़ा जलाया जा रहा है। आईवीआरआई गेट के पास कूड़ादान उखड़े पड़े थे और इसके पास ही कूड़ा जलाया जा चुका था।

जहां प्रतिबंध वहीं फेंका कूड़ा

एसएसपी ऑफिस के बाहर कूड़ा न डालने का चेतावनी बोर्ड नगर आयुक्त की ओर से लगाया गया है। वावजूद इसके यहां लगातार कूड़ा डाला जा रहा है। इससे एसएसपी ऑफिस आने वाले फरियादियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

2-3 दिन बाद उठता है कूड़ा

हेड पोस्ट ऑफिस से कचहरी रोड पर जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। यहां के लोगों के मुताबिक दो से तीन दिन बाद यहां का कूड़ा उठाया जाता है। जबकि कृष्णा पार्क कॉलोनी के गेट पर दिवाली से ही कूडे़ का ढेर लगा है। पटेल चौक-नॉवलटी चौराहे के बीच हनुमान मंदिर के पास गली में कूड़े का ढेर पड़ा हुआ है। देखने से लग रहा था कि कई दिनों से कूड़ा नहीं उठाया गया है।

टेंडर होने के बाद भी नहीं शुरू हुआ काम

शहर के घरों से कूड़ा उठाने के लिए नगर निगम ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन योजना का मन बनाया था। अगस्त माह में तीन एजेंसियों को टेंडर भी आवंटित हुआ, लेकिन आज भी व्यवस्था का लागू नहीं की गई।

तो कैसे स्मार्ट बनेगा शहर

शहर में सफाई व्यवस्था चौपट है। अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। ऐसे में शहर कैसे स्मार्ट बन पाएगा।

राजकुमार

कहने को हम स्मार्ट सिटी में रहते हैं। जिस मोहल्ले में देखिए कूड़े का ढेर ही लगा रहता है।

-हारून

चंद दिनों के लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम हुआ। लेकिन सब बंद कर दिया गया।

-पंकज कुमार

सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ कागज में स्वच्छता की बात होती है।

-राकेश कुमार

2019-20 में 1.50 करोड़ का पुनरीक्षित बजट तैयार किया गया है। कार्यकारिणी समिति की मीटिंग स्थगित होने के कारण बजट पास नहीं हो सका। इससे डोर टू डोर कूड़ा का उठान नहीं हो पा रहा है.-सैमुअल पॉल एन नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive